सीएम योगी ने युवाओं को दिया रोजगार,बांटे 688 नियुक्ति पत्र,कहा-जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम घातक –

लखनऊ:– सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत साढ़े सात वर्ष में साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी है।अगले 2 साल में उत्तर प्रदेश के दो लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने की घोषणा की है।सीएम ने मंगलवार को लोकभवन में 647 युवाओं को वन रक्षक,वन्य जीव रक्षक पद पर नियुक्ति पत्र बांटे।सीएम ने 41 अवर अभियंताओं को भी नियुक्ति पत्र बांटा है।
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के सामने क्लाइमेट चेंज एक बहुत बड़ा ज्वलंत मुद्दा है।अनियंत्रित अवैज्ञानिक और अनियोजित विकास आज मानवता के सामने एक नया संकट खड़ा कर चुका है,हर समय बारिश होना,अतिवृष्ट होना, ओलावृष्टि होना और एक ही समय में एक ही क्षेत्र में अलग-अलग पार्ट में एक जगह सूखा पड़ा है,एक जगह बाढ़ आई है,कहीं पर अतिवृष्टि हो जा रही है और कहीं पर लोग एक बूंद जल के लिए तरस जाते हैं।दोनों नुकसानदाई हैं। सीएम ने कहा कि आज हम सब जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों के भुक्तभोगी हैं।आज 688 वनरक्षक और वन्य जीव रक्षक अगर ईमानदारी से काम करेंगे तो जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।
सीएम योगी ने कहा कि पहले परीक्षा के बाद फाइनल नियुक्ति पत्र मिलने में एक वर्ष लग जाता था,लेकिन बिना विलंब किए नई प्रतिबद्धता के साथ सरकार ने आपको छह महीने/एक वर्ष से पहले नियुक्ति पत्र प्रदान किया है।भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण तक कहीं भी सिफारिश व लेनदेन की नौबत नहीं आई। आपको नहीं लगा होगा कि कुछ लोग परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए परीक्षा को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए सरकार भी आपसे ऐसे ही ईमानदारी पूर्वक कार्य करने की उम्मीद करती है।
सीएम योगी ने कहा कि साढ़े सात वर्ष में सरकार ने कुछ कार्यक्रम आगे बढ़ाए। जलवायु परिवर्तन के सामने सबसे बड़ा चैलेंज घटते जंगलों, वनाच्छादन, अनियंत्रित, अनियोजित विकास, प्लास्टिक का बेतरतीब उपयोग है। ऐसी वस्तुओं का उपयोग पर्यावरण के लिए घातक हो सकता है। इन पर लगाम लगाने के बावजूद किसी न किसी स्तर पर इसका दुरुपयोग होता है। सीएम ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी सीजन में जंगलों के बीच से धुआं उठाई देता है।जंगल जलेंगे तो पर्यावरण को नुकसान व भूस्खलन होगा।असमय जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों का सामना न केवल वन्यजीवों, बल्कि मानवों को भी करना पड़ेगा। वन के दायरे कम होने के कारण मानव-वन्यजीव संघर्ष की नौबत आती है।
सीएम योगी ने कहा कि थोड़ी सावधानी बरतने से कोई नौजवान के भविष्य से खिलवाड़ का दुस्साहस नहीं कर पाया। प्रदेश सरकार ने पारदर्शी तरीके से नियुक्ति प्रक्रिया को बढ़ाने का कार्य किया है। सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित साधनों के रोकथाम अधिनियम-2024 को लागू किया है। इसमें नकल माफिया,सॉल्वर गैंग या पेपर लीक जैसी गतिविधियों में लिप्त तत्वों पर एक करोड़ जुर्माना व आजीवन कारावास का प्रावधान किया है। सीएम ने कहा कि परीक्षा की शुचिता पर आंच न आए इसके लिए एआई का उपयोग किया है। रिक्गनीजिशन के बायोमीट्रिक सिस्टम का बेहतरीन उपयोग किया है। परीक्षा के हर सेंटर पर परीक्षक व अभ्यर्थी को लखनऊ में बैठकर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मॉनीटर कर सकते हैं।
बता दें कि योगी सरकार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से निकली भर्ती में सहायक वन संरक्षक पद पर 94, क्षेत्रीय वन अधिकारी पद पर 217, सहायक सांख्यिकी अधिकारी के पद पर 15 युवाओं को नियुक्ति दी जा चुकी है।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से निकाली गई भर्ती में मानचित्रकार पद पर 37 और वन रक्षक/वन्य जीव रक्षक पद पर 534 युवाओं की नियुक्ति की गई है। इसी पद पर कल 647 अन्य युवाओं को भी नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।यानी वन रक्षक और वन्य जीव रक्षक के पद पर कुल 1181 युवाओं की भर्ती हो जाएगी।यह रक्षक वन्यजीव, मानव संघर्ष को रोकने में बड़ी भूमिका का निर्वहन करेंगे।इसी तरह क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद पर 217 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।वन विभाग के अलावा यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में भी युवाओं की जेई पद पर भर्ती की गई है।इसमें 41 अवर अभियंताओं की तैनाती की गई है। सीएम योगी से नियुक्ति पत्र पाने के बाद अब वन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में ये युवा नौकरी पाने में सफल हुए हैं।