काशी विद्यापीठ : भैरव तालाब परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस पर संगोष्ठी व वृक्षारोपण; हुए विभिन्न कार्यक्रम – आयोजित –

✍️नवीन तिवारी
वाराणसी:- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को विभिन्न विभागों में परिचर्चा, विचार संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर विधि विभाग में पर्यावरण को बचाने के विभिन्न आयामों पर परिचर्चा हुई। परिचर्चा में वक्ताओं ने बताया कि पर्यावरण इस ब्रह्माण्ड की अमूल्य निधि है, जिसके अभाव में मानव जाति के अस्तित्व पर गंभीर संकट उत्पन्न हो जायेगा। इसका परिणाम विभिन्न प्रकार के गंभीर रोग, जलवायु संकट, खाद्य संकट, बाढ़, भूकम्प, ओजोन परत का क्षीण होना, ताप वृद्धि आदि का संकट उत्पन्न होगा। वक्ताओं ने इस संकट से बचने के लिए जनजागरूकता, अधिक से अधिक वृक्ष लगाने आदि का सुझाव दिया। कार्यक्रम के अंत में वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो. रंजन कुमार, डाॅ. हंसराज, डाॅ. राम जतन प्रसाद, डाॅ. मेराज हाशमी, पवन कुमार सिंह, सोमेश सिंह कठेरिया, निमेश चन्द्र शर्मा, उषा चैरसिया आदि उपस्थित रहे।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के वनस्पति विज्ञान विभाग में विचार संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रभारी, संकायाध्यक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय प्रो. अनिल कुमार ने अंन्तरराष्ट्रीय पर्यायवरणीय चुनौतियों पर बारीकी से बात रखी एवं पर्यावरण दिवस की शुभकामनाए प्रेषित की। वनस्पति विज्ञान विभाग के डॉ. विश्वजीत कुमार एवं डॉ. उषा पाण्डेय ने अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर विभाग ने एक-एक पौधा लगाने एवं उचित देखरेख करने एवं प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण बनाने का संकल्प लिया। साथ ही विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रकार के औषधि पौधों का रोपण किया गया। संचालन शोध छात्रा आकृति विज्ञा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. लोकेश शुक्ला ने किया। इस अवसर पर डॉ. वरूण कुमार, डॉ. मनीष कुमार तिवारी, डॉ. मारकण्डेय सिंह यादव, डॉ. आनन्द प्रताप सिंह, डॉ. सुमन मिश्रा, डॉ. नेहा राय, निमिल शुक्ला, लैब असिस्टेट विष्णु प्रसाद, संजय कुमार, महेश सिंह, चन्द्र बली, राजेश राय, शिप्रा भारती, प्रज्ञा सिंह, मनीषा सिंह आदि उपस्थित रहे।
वहीं, समाज कार्य विभाग एवं उज्ज्वल किरण सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम.एम. वर्मा ने बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन से होने वाली प्राकृतिक आपदाओं पर प्रकाशा डाला। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए केवल पौधारोपण ही आवश्यक नहीं है, बल्कि पास्थितिकीय संतुलन बनाये रखने के लिए धरती के हर व्यक्ति को अपना-अपना योगदान देना होगा, तभी मानव सभ्यता को अगली पीढ़ियोें तक ले जाया जा सकता है। किरण सेवा संस्थान के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि बनारस में बढ़ते हुए तापमान और पर्यावरणीय असंतुलन को देखते हुए आने वाले समय में संस्थान द्वारा शहर के विभिन्न हिस्सों में और अधिक छायादार वृक्षों का रोपण किया जाएगा। इस मौके पर समाज कार्य संकाय प्रांगण में नीम, आम, अशोक सहित अन्य लगभग 50 सजावटी पौधे लगाए गये। इस अवसर पर आदित्य सिंह, जुबैर आदिल, अर्पणा, दिलीप पटेल, अजीत पटेल, शशिकान्त सिंह, रंजन तिवारी, मायाशंकर सिंह, ऋषिकेश चैबे, मुन्नालाल मौर्य, सुनील गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
वहीं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के भैरव तालाब परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को संगोष्ठी आयोजित हुई। संगोष्ठी में परिसर प्रभारी डॉ. प्रेमचंद सिंह एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बलवंत कुमार सिंह ने पर्यावरण के विशेष महत्व को बताया। साथ ही वृक्ष लगाने, वन्य जीव सुरक्षा एवं ओजोन परत के टूटने संबंधी विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। विशेष वक्ता डॉ. विनोद कुमार सिंह, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. निशांत सिंह, डॉ. विकास पटेल ने बताया कि अब हमारे मानव जीवन के लिए जल, जंगल एवं जमीन की सुरक्षा करना बहुत बड़ा कर्तव्य बन गया है। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं तो हमारा जीवन आगे चलना संभव नहीं है। इस मौके पर परिसर प्रभारी, कार्यक्रम अधिकारी, कर्मचारीगण एवं स्वयंसेवकों के द्वारा आम अमरूद आदि का वृक्षारोपण किया गया।