वाराणसी
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काशी विश्वनाथ धाम में सावन के 4 सोमवार में 4 अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे बाबा,मैदागिन से गोदौलिया होगा नो व्हीकल जोन –

 

 

 

 

वाराणसी:-     सावन की तैयारी बाबा विश्वनाथ धाम में शुरू हो गई है। बाबा के भक्तों को दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंदिर प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्था करने में जुट गया है। श्रावण माह 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगा।

सावन में प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ के अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है। इस साल गौरी शंकर स्वरूप का श्रृंगार, अर्धनारीश्वर स्वरूप का श्रृंगार, बाबा का परिवार माता पार्वती श्रृंगार, कार्तिकेय और गणेश का श्रृंगार किया जाता है। इसके अलावा बाबा का रुद्राक्ष श्रृंगार होगा।

काशी विश्वनाथ धाम परिसर में इस बार मोबाइल फोन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। कोई भी श्रद्धालु मोबाइल लेकर मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इससे सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने में आसानी होगी और भक्तों का ध्यान पूजा-पाठ में केंद्रित रहेगा। सिर्फ मोबाइल ही नहीं, बल्कि बैग, पेन, चाबी, बेल्ट, सिक्के, और अन्य किसी भी प्रकार की धातु से बनी वस्तुओं को भी मंदिर परिसर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है ताकि अनावश्यक वस्तुओं की वजह से कोई अव्यवस्था न हो। मंदिर प्रशासन ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे होटल, लॉज या किसी सुरक्षित स्थान पर ही अपने मोबाइल, बैग और अन्य प्रतिबंधित सामानों को छोड़कर मंदिर के लिए निकलें। मंदिर में किसी भी प्रकार का लॉकर या सामान रखने की सुविधा नहीं दी जाएगी।

श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक श्रावण के सोमवार को गोदौलिया से मैदागिन नो व्हीकल जोन में बदल जाएगा। मंदिर प्रशासन द्वारा गोदौलिया से गेट नंबर 4 तथा मैदागिन से गेट नंबर 4 तक धाम में दर्शन के लिए आने वाले विशिष्ट/अतिविशिष्ट, वृद्ध दिव्यांग/अशक्त दर्शनार्थियों हेतु ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा।

संपूर्ण धाम क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा समेत सभी व्यवस्थाओं पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। सड़क पर भीड़ को कम करते हुए अंदर बैरिकेड्स को जिग-जैग करने जिससे अतिरिक्त भीड़ की स्थिति को काबू मे रखा जा सके तथा अतिरिक्त शेड ( बारिश धूप व गर्मी से बचाव हेतु) लगाने का कार्य किया जा रहा है। 

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