फर्जी दारोगा गिरफ्तार

शराब तस्करी के लिए पहन ली पुलिस की वर्दी
बिहार में फर्जी दारोगा गिरफ्तार, पकड़ने जाने पर गिड़गिड़ा रहा
भोजपुर: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन फिर भी शराब की तस्करी के मामले देखने को मिलते हैं. तस्कर शराब की सप्लाई के लिए नए-नए पैंतरे अपनाते हैं. शनिवार को ऐसा ही मामला सामने आया. मद्य निषेध विभाग की टीम ने पुलिस की वर्दी पहनकर शराब की खेप पहुंचाने जा रहे एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम आरके पराशर बताया जाता है, जो उत्तर प्रदेश के बलिया से सफारी गाड़ी में शराब लेकर छपरा जा रहा था.
फर्जी दरोगा बन कर रहा था शराब की तस्करी: बता दें कि आगामी होली पर्व को लेकर शराब तस्करी के लिए शराब तस्कर नए-नए जुगाड़ लगा रहे हैं. इसी कड़ी में एक शराब तस्कर दरोगा का वर्दी पहन कर यूपी से सफारी गाड़ी से शराब लेकर बिहार आ रहा था. इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद फर्जी दरोगा गिड़गिड़ाने लगा.
“बलिया से लेकर आ रहे थे. छपरा के जलालपुर में मेरा घर है. गाड़ी में दारू है. पहली बार ऐसा किया है. बलिया में 8 महीने पहले एक बार पकड़ाए थे. हाल में वर्दी सिलवाए हैं. हमको लगा कुछ गलती हुआ है इसलिए हम अपनी गाड़ी रोके नहीं.”- आरके पराशर, फर्जी दरोगा व शराब तस्कर
गुप्त सूचना के आधार पर एक्शन: मद्य निषेध विभाग के सहायक आयुक्त रजनीश कुमार को गुप्त सूचना मिली कि उत्तर प्रदेश से एक सफारी स्टॉर्म कार से भारी मात्रा में विदेशी शराब बिहार की ओर जा रहा है. मद्य निषेध के सहायक आयुक्त द्वारा अवर निरीक्षक राहुल कुमार दुबे के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया.
गाड़ी लेकर भागने लगा फर्जी दरोगा: अवर निरीक्षक राहुल कुमार द्वारा आरा-बक्सर फोर लेन के गीधा थाना क्षेत्र के कायमनगर पुल के पास सफारी स्टॉर्म कार को रोकने की कोशिश की. गाड़ी में चालक थे वो अवर निरीक्षक की वर्दी में बैठे थे, उन्होनें गाड़ी रोकने से इनकार कर दिया और काफी तेजी से गाड़ी लेकर भागने लगी. तेजी में भागने के दौरान गाड़ी सड़क के डिवाइडर से टकराकर रूक गई.
“हमें यूपी से विदेशी शराब आने की सूचना मिली थी. एक गाड़ी तेजी से आ रही थी, जिसमें वर्दीधारी बैठे हुए थे. गाड़ी रोकने पर धौंस जमाने की कोशिश किया, लेकिन जब हमने ढंग से पूछा तो पता चला कि फर्जी दरोगा का वर्दी पहने हुए है. भागने के दौरान एक पिकअप को धक्का मारा था. गाड़ी में विदेशी शराब था. वर्दी का इस्तेमाल शराब ले जाने के लिए ही कर रहा था.”- रजनीश कुमार, सहायक आयुक्त, मद्य निषेध विभाग
भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त: जांच करने पर सफारी स्टॉर्म कार के अंदर से 283.790 लीटर अवैध विदेशी शराब बरामद किया गया. गिरफ्तार शराब तस्कर जलालपुर, सारण बिहार के पशुपति नाथ का पुत्र रवि किशन पराशर है.जब्त सफारी कार से मद्य निषेध की टीम को एक ट्रॉली बैग भी मिला है, जिसमें भरकर विभिन्न ब्रांड के शराब को बलिया से छपरा ले जाया जा रहा था.
कीमत करीब 5 लाख रुपए: जब्त शराब की बाजार में कीमत करीब 5 लाख रुपए बताई जा रही है. मद्य निषेध विभाग के सहायक आयुक्त रजनीश कुमार ने बताया कि होली को देखते हुए लगातार कार्रवाई की जा रही है. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
बिहार में शराबबंदी: बिहार में शराबबंदी की शुरुआत अप्रैल 2016 को हुई थी, जब राज्य सरकार ने राज्य में पूरी तरह से शराब की बिक्री, उत्पादन और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया. यह निर्णय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार द्वारा लिया गया, जिसका उद्देश्य राज्य में शराब से जुड़ी समस्याओं को कम करना और समाज में सुधार लाना था. शराबबंदी के पीछे कई कारण थे, जिनमें महिलाओं और बच्चों पर शराब के नकारात्मक प्रभाव, घरेलू हिंसा, सड़क दुर्घटनाएं और शराब के कारण सामाजिक असंतुलन शामिल थे.