
वाराणसी:- विश्व की सांस्कृतिक राजधानी काशी में भैरव अष्टमी पर बाबा कालभैरव मंदिर में बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया।
आज भोर मे प्रातः 4:00 बजे बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया, बाबा को 108 लिटर दूध दही और सिंदूर से बाबा काल भैरव का अभिषेक किया गया। इसके बाद उन्हें सुंदर वस्त्र धारण करवाए गए और फूलों की माला पहनाई गई, सोने का मुखौटा लगाया गया।
बाबा को मदिरा, चीनी का घोड़ा,नीलकंठ के फूल, फल और अन्य नैवेद्य अर्पित किए गए. मंगला आरती के बाद मंदिर के पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए गए.
काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव का वार्षिक जन्मोत्सव (भैरव अष्टमी) शनिवार को दोपहर आरती के समय बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
बाबा को दोपहर 1:30 बजें भोग,आरती के समय काशी कोतवाल बाबा काल भैरव को 1100 किलो देशी केक (शुद्ध देशी घी की मिठाइयों, फलों व पंचमेवे से निर्मित) काटकर मनाया गया काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव जन्मोत्सव। प्रसाद के रूप में भक्तगणों को खीर का वितरण किया गया।
आपको बताते चलें यह केक भारत के इतिहास में सबसे विशाल केक है, जो बाबा काल भैरव मन्दिर में चढ़ाया गया। 2006 में प्रिंस बेकर्स के अधिष्ठाता प्रिंस गुप्ता द्वारा बाबा को मात्र 1 किलो का केक चढ़ाया गया था जो आज 1100 किलो केक के रूप में बाबा के सामने काटकर मनाया गया। प्रिंस गुप्ता ने बताया बाबा के आशीर्वाद वह सभी के सहयोग से यह आयोजन सफल होता है।
सांय 7:00 बजे भजन का आयोजन किया गया। शाम 7:00 बजे ही भंडारे का भी आयोजन किया गया।
रात 1:30 बजे बाबा काल भैरव की सवा लाख दियों से बाबा काल भैरव की महाआरती कर बाबा को शयन किया गयाा, रात में भी बाबा का विशेष श्रृंगार होगा और आरती का आयोजन होगा.
अगले दिन फिर से मंगला आरती सुबह 4:00 बजे की जाएगी। समस्त महंत गण की ओर से यह आयोजन किया गया।
आयोजन समिति के प्रिंस गुप्ता (अधिष्ठाता प्रिन्स बेकर्स), पंकज चतुर्वेदी, संतोष दूबे, नवीनगिरी, सोनू यादव, अखिलेश सिंह यादव, अभिषेक बंका, सुमित उपाध्याय, अक्षय, संजय दूबे, संजय यादव, आनन्द गुप्ता, शुभम, प्रितम, सागर, आशीष गुप्ता, राहुल मिश्रा, नितिश दुबे के अनुसार विगत 22 वर्षों से आयोजन समिति व भक्तों के सहयोग से बाबा का जन्मोत्सव केक काटकर व पॉपकार्न व टाफियां बांट कर मनाया गया।