बड़े ठाकुर ने अपने अंतिम इच्छा पत्र द्वारा उत्तराधिकार किए घोषित विरोधी षड्यंत्र करने में लगे पीड़ित ने चौकी पर दी तहरीर कार्रवाई की मांग –

लखनऊ:- मथुरा वृंदावन के संत बड़े ठाकुर पुत्र रामस्वरूप शर्मा जो की राधा विहार चैतन्य विहार फेस 2 राजपुर वृंदावन में उनका आश्रम है जिनकी उम्र करीब 62 वर्ष की थी उनका स्वर्गवास इलाज के दौरान अस्पताल में हो गया
बड़े ठाकुर जी की पत्नी से आपसी कुछ बातों को लेकर विवाद हो गया था जिनका 2007 में तलाक हो गया उनका पुत्र भी पत्नी के साथ चला गया
करोड़ों की संपत्ति सोने चांदी के रूप में नगदी 2007 में ही अपनी पत्नी को भरण पोषण के लिए दे चुके है । अब मेरे द्वारा अर्जित किसी भी संपत्ति पर मेरे पुत्र और पत्नी का कोई अधिकार शेष नहीं बचा है ।
अब मेरा अपनी पत्नी व पुत्र से कोई संबंध सरोकार किसी प्रकार का नहीं है ।बसियत मैं लिखा मैं अपने पूरे परिवार को चल-अचल संपत्ति से बेधकल करता हूं ।मेरे पास एक आवासीय मकान जो राधा विहार चेतन विहार फेस टू राजपुर वृंदावन तहसील जिला मथुरा में इस पर मेरा ही कब्जा है उक्त मकान पर मेरा सेवक सतीश जिसकी पुत्री जानकी को वसीयत कर रहा हु और वसीयत मैं लिखा है अपनी संपत्ति जानकी के हक में मृत्यु के बाद होगा ।चल अचल संपत्ति बैंक में जमाधन राशि आज जो कुछ भी मेरे पास है वह बैंक आदि की नॉमिनी भी जानकी है । बैंक लॉकर अथवा भविष्य में मेरे नाम से कोई लेन देन होता है उसका मलिक जानकी पुत्री सतीश मेरे समान ही इस वसीयत के आधार पर होगी। ।उसी को लेकर बड़े ठाकुर के पुत्र कुछ लोगों के साथ आश्रम पर पहुंचे तथा जानकी सहित पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी और वहां से चले जाने को कहा । और आगे चेतावनी भी दी है कि आगे आश्रम को खाली नहीं किया तो जान से मार दूंगा पूरी घटना को लेकर जानकी पुत्री सतीश ने उक्त घटना की तहरीर नियति चौकी में दी है ।