
✍️नवीन तिवारी
वाराणसी:- डॉ. कुलपति तिवारी का रवींद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में अपने नश्वर शरीर को त्याग कर शिवलोक की अनन्त यात्रा पर गमन कर गए।
अस्पताल से उनका शव टेढ़ीनीम स्थित उनके आवास पर लाया गया है।
वह विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे, न्यूरो से संबंधित बीमारी का किया जा रहा था उपचार
उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा, समय अभी तय नहीं हो सका है
उनक शव अभी ओरियाना अस्पताल से टेढ़ीनीम स्थित उनके आवास पर शव लाने की प्रक्रिया चल रही है।
1993 में पिता कैलाशपति तिवारी के निधन के बाद से ही वो काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत बनाए गए थे.विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी का जन्म 10 जनवरी 1954 को हुआ था.कुलपति जी ने सेंट्रल हिंदू स्कूल से स्कूली शिक्षा के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय से बीकॉम और एमकॉम की डिग्री ली थी.
एक ओजस्वी वक्ता होने के कारण श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की तमाम नीतियों और व्यवस्थाओं पर यह महंत परिवार के अग्रणी रहे. 1983 में काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिग्रहण के बाद सरकार और सरकारी नीतियों का उन्होंने जमकर विरोध किया. इसी कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉक्टर तिवारी मंदिर के अधिग्रहण के बाद भी समान अंकुश महोत्सव समेत सभी उत्सवों पर बहुत ही बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे.बीते कई महीनों से डॉक्टर तिवारी न्यूरो की समस्याओं से ग्रसित थे.तभी से विश्वनाथ मंदिर की परंपराओं का वो निर्वहन कर रहे थे.एमकॉम की शिक्षा के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की संरचना और प्रकार विषय पर उन्होंने पीएचडी की थी. जानकारी के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा. उनको जानने वाले बताते हैं की डॉक्टर कुलपति बेहद मृदुभाषी और सामाजिक व्यक्ति थे. काशी और काशी के बाहर कई सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों के अध्यक्ष, संरक्षक और मार्गदर्शक भी रहे.
अचानक उनकी तबीयत गड़बड़ हुई और लोग उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टर तिवारी का निधन हो गया. वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर डॉ कुलपति तिवारी के निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. डॉक्टर कुलपति जी ने दीर्घकाल तक बाबा विश्वनाथ की अनन्य भाव से सेवा की और आज बाबा के चरणों में लीन हो गए.
पीएम मोदी-सीएम योगी ने किया ट्वीट
पीएम ने आगे लिखा की उनका शिवलोकगमन काशी के लिए एक अपूरणीय क्षति है. प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट करके अपनी शोक संवेदना व्यक्त की. योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत श्री कुलपति तिवारी जी का गोलोकगमन अत्यंत दुःखद है मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि, मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं. बाबा श्री काशी जी पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोक संतप्त परिवार को यह अथाह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
काशी की सनातन सांस्कृतिक परंपरा के संवाहक
काशी विश्वनाथ मंदिर की अनेक परम्पराओं के निर्वाहक
विश्वनाथ जी और काशी के लिए सदैव लोगो को प्रेरित करने वाले.
काशी के अल्हड़पन की साक्षात् मूर्तिरूप परम शिवभक्त महन्त डॉ. कुलपति तिवारी के इस लोक से प्रयाण करने पर लग रहा है कि, अब रंगभरी एकादशी, बाबा विश्वनाथ के गौना जैसे काशी के परम्परागत महोत्सव कैसे होगा ?