डीएम ने समूहों के जैविक गुलाल स्टॉल को देखा

बांदा। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के समूहों ने होली के त्योहार के लिए निर्मित किए गये महर्षि बामदेव जैविक गुलाल का कलेक्ट्रेट मे लगाए गये स्टॉल को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने देखा और इसकी सराहना की। जैविक गुलाल बनाने का प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूहों को दिलाया गया था। इसके तहत जिले मे गठित जय मां दुर्गे स्वयं सहायता समूह एवं जय मां काली स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों ने हर्बल गुलाल तैयार किया है। यह गुलाल घरेलू उपयोग मे आने वाले खाद्य पदार्थों अरारोट, आटा, खाने के रंग, एसेन्सियल ऑयल, पालक, चुकन्दर तथा हल्दी से बनाया गया है। इसमे किसी तरह के केमिकल का उपयोग नही किया गया। इस वजह से व्यक्ति की त्वचा के लिए किसी तरह से हानिकारक नही है। जिलाधिकारी ने जिला नगरीय विकास अभिकरण डूडा के राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत शहरी क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रोत्साहित कर स्वयं भी गुलाल खरीदा। उन्होने महिला स्वयं सहायता समूह के तैयार किए गये हर्बल गुलाल उत्पाद को जिले के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी खरीदने के लिए प्रेरित किया ताकि इन महिलाओं की आय मे बढ़ोत्तरी हो सके और होली के पर्व पर बाजार मे बिक्री के लिए उपलब्ध हानिकारक गुलाल के उपयोग से बचा जा सके। जिला नगरीय विकास अभिकरण के प्रभारी परियोजना अधिकारी राकेश जैन ने बताया कि इस हर्बल गुलाल को क्रय करने के लिए जय मां दुर्गे स्वयं सहायता समूह की शालिनी पाण्डेय मो0 9170492700 व जय मां काली स्वयं सहायता समूह रजनी द्विवेदी के मोबाइल नं 8299271449 से संपर्क किया जा सकता है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार, अमिताभ यादव व कलेक्ट्रेट के कर्मचारी मौजूद रहे।