उत्तर प्रदेश

गंगा मैया के जयकारों से गूंजने लगा गंगा घाट, मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं ने डाला डेरा –

मेरठ :– हस्तिनापुर के मखदुमपुर गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान एतिहासिक और पौराणिक मेले में मेरठ,बागपत,गाजियाबाद, बुलंदशहर, दिल्ली समेत आसपास के क्षेत्र के लाखों लोगों ने मेले में डेरा डाल दिया है।मेले की रौनक बढ़ती जा रही है।मेले में डेरा डालने वाले श्रद्धालुओं ने तंबु लगाकर मेले को तंबुओं की नगरी का रुप दे दिया है। मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही लोगों ने सब्जी, परचून, समेत दूध डेयरी की दुकान लगा ली है।जिससे मेले में सभी सुविधाएं मिल रही हैं।

शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं ने डेरा डालने के बाद गंगा स्नान किया और गंगा किनारे बैठकर पूजा अर्चना की।हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता जा रहा है।मेला रोड पर रौनक बढ़ती जा रही है।कतारबध होकर ट्रैक्टर और बैल बुग्गियों से श्रद्धालु मेले में पहुंच रहे हैं।

कार्तिक पूर्णिमा मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ेगा। मेला स्थल तक जो रास्ते बनाए गए हैं उन पर पानी के छिड़काव की कोई व्यवस्था न होने से धूल के गुब्बारे से श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ रहा है। मेला क्षेत्र में गंगा का जल स्तर कम होने से श्रद्धालुओं को स्नान के लिए बेरेकेटिंग से आगे जाना पड़ेगा। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के दौरान परेशानी झेलनी पड़ेगी, वहीं हादसों की भी संभावना बनी हुई है।

कार्तिक पूर्णिमा मेले में पिछले वर्ष झूले और सर्कस नही लग पाए थे, जिससे गंगा में आने वाले श्रद्धालुओं को मनोरंजन के साधनों, झूलों और सर्कस का आनंद लिए बिना ही वापस लौटना पड़ा था,लेकिन इस बार मेला स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं को झूले का आनंद मिल पाएगा। मेला स्थल पर झूले वालों ने झूले लगा दिया है।

मखदुमपुर गंगा घाट पर जिला पंचायत के माध्यम से आयोजित होने वाला कार्तिक पूर्णिमा मेले के लिए लगभग 48 लख रुपए का बजट खर्च किया गया है। मेले के तीसरे दिन भी तैयारी को पूरा नहीं किया गया है, जबकि रविवार को मिला अपने चरम पर पहुंच जाएगा।जिला स्तर से लेकर तहसील स्तर तक के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मेले को भव्य और सुरक्षित बनाने में जुटे हुए हैं। मेले में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तो ड्रोन से भी नजर रखी जाएगी। इतना ही नहीं पांच वॉच टावर से भी मेले पर सुरक्षाकर्मियों की पैनी नजर रहेगी। वॉच टावर की ऊंचाई कम होने से श्रद्धालुओं की सुरक्षा में सेंधमारी भी होगी।

एडीजी ने गुरुवार को मेले का निरीक्षण कर वॉच टावर की ऊंचाई बढ़ाने के निर्देश दिए थे,लेकिन उन पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि मखदुमपुर गंगा स्नान मेले में अन्य जिलों से स्नानार्थी आते हैं। इस उपलक्ष्य में गंगा नदी के पास मेला लगता है, जिसमें बेहिसाब भीड़ और खरीदारी की जाती है। वहीं रविवार को मेला अपने चरम पर पहुंच जाएगा जबकि सोमवार को मुख्य स्नान होगा।

मेला से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि मेले में सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। गंगा में नावों पर पुलिसकर्मी के साथ गोताखोर गश्त करेंगे। अराजक तत्वों पर पैनी नजर रहेगी और किसी भी संदिग्ध को बिना पूछताछ के बाद ही छोड़ा जाएगा। वहीं मेला स्थल पर कपड़े, खाने पीने की वस्तुओं के सथ घरेलू वस्तुओं की भी दुकानें सज गई हैं।

मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोतवाली बनाई गई है, जिसमें सीसीटीवी कैमरा का मुख्य कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से पूरे मेले पर मेला प्रभारी नजर रखेंगे। गंगा घाट पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page