50 चौराहों पर बनाएं जाएंगे यातायात मित्र, दरोगाओं को 10 चौराहों की जिम्मेदारी;रोहिंग्या व बांग्लादेशियो का थाना स्तर से टीम भेजकर होगा सत्यापन –

वाराणसी:- वाराणसी को जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने 50 चौराहो को चिन्हित कर 15-15 स्थानीय व्यवसायी व निवासियों को “यातायात-मित्र” बनाने का निर्देश दिया है। यह यातायात मित्र जाम की सूचना व जाम से निदान के सुझावों से अवगत करवाएंगे। थाने स्तर पर इनकी मासिक बैठक होगी। यह निर्देश बुधवार की रात यातायात लाइन स्थित सभागार में कानून-व्यवस्था, शांति और सुगम यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत समीक्षा गोष्ठी में दी गई।
पुलिस कमिश्नर ने 10 प्रमुख चौराहो पर सुगम यातायात व्यवस्था के लिए दरोगाओं को जिम्मेदारी सौंपी है।
1 गोदौलिया- विशाल विक्रम सिंह
2 रथयात्रा- रोहित त्रिपाठी
3 रामापुरा- क्रमवीर राय
4 मैदागिन- जितेन्द्र कुमार
5 मलदहिया- प्रशान्त शिवहरे
6 मालवीय गेट बी.एच.यू.- सौरभ कुमार तिवारी
7 लहुराबीर- अतहर अली
8 पाण्डेयपुर- आदित्य सेन सिंह
9 गिलट बाजारा- जमुना प्रसाद तिवारी
10 भोजूबीर तिराहा- आशुतोष तिवारी
पुलिस कमिश्नर ने इसके साथ ही सुगम यातायात को और सुदृढ़ व प्रभावी बनाने हेतु नियमित निगरानी एवं अतिक्रमण, अवैध पार्किंग व यातायात नियमों का उल्लघंन करने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
पुलिस आयुक्त ने 5 सदस्यों की गठित की गयी टीम जिसमें होमगार्ड, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व फॉलोवर रहेंगें शामिल, जो पीड़ित के रूप में स्वंय अथवा थानों पर जाकर आम नागरिकों/पीड़ितों के प्रति हो रहे व्यवहार की जानकारी देंगे। संदिग्ध रूप में चिन्हित अवैध रोहिंग्या व बांग्लादेशियो का थाना स्तर से टीम भेजकर सत्यापन की कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया है।
बैठक के यह रहे प्रमुख निर्देश
व्यापार मण्डल का थाना प्रभारी व एसीपी स्तर से साप्ताहिक बैठक कर व्यापारियों से संवाद स्थापित किये जाने के दिये गये निर्देश ।
गौतस्करों के उन्मूलन हेतु पकड़े गए गौ तस्करों के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की गहन जांच कर, पूरे नेटवर्क को उजागर किया जाए तथा मास्टरमाइंड को चिन्हित कर उसके विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ।
*जुआ, सट्टा, अवैध हुक्का बार व अनैतिक गतिविधियों में लिप्त अपराधियों और गिरोहों के विरूद्ध गैंगस्टर व गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु किया गया निर्देशित।*
संगठित अपराध से जुड़े अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की हो कार्यवाही, माफिया के रूप में चिन्हिकरण कर कार्यवाही किये जाने के दिये गये निर्देश।
लम्बित विचनाओं का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं समय सीमा तय कर जवाबदेही सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया ।
कार्य निष्पादन के आधार पर उप निरीक्षकों की रैंकिंग की जाये जिसमें विवेचना के निस्तारण, जनता से व्यवहार, शांति व्यवस्था व अपराधों के खुलासे में किये गये योगदान का मूल्यांकन हो।
सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर व अभ्यस्त अपराधियों की हीस्ट्रीशीट खोलकर की जाये निगरानी ।
बैठक मे अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) एस. चन्नप्पा, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश कुमार सिंह सहित सभी पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी, चौकी/हल्का प्रभारी उपस्थित रहे।