दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनीपत के गोहाना में बुधवार को एक चुनावी जनसभा संबोधित किया।कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है।अगर हाईकमान भ्रष्टाचारी हो तो नीचे लूट का खुला लाइसेंस मिल ही जाता है,किसानों की जमीन को लूटा गया,राज्य को दामादों और दलालों के हवाले कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे वोटिंग का दिन पास आ रहा है,वैसे-वैसे कांग्रेस पस्त पड़ती जा रही है।हरियाणा में बीजेपी के लिए समर्थन बढ़ता जा रहा है, मैं गर्व से कहता हूं मैं जो कुछ हूं उसमें हरियाणा का भी बहुत बड़ा योगदान है।आज पूरा हरियाणा कह रहा है फिर एक बार बीजेपी सरकार।
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार में हरियाणा आज खेती और उद्योग दोनों मामलों में देश के टॉप राज्यों में अपनी जगह बना रहा है। जब औद्योगीकरण बढ़ता है तो इसका सबसे अधिक फायदा गरीब, किसान और दलित को होता है।पीएम ने कहा कि बीजेपी की नीतियों में बाबा साहेब की सोच दिखेगी।अब भारत करप्शन और परिवारवाद से मुक्त होकर तरक्की कर रहा है।
पीएम मोदी ने कि वह अभी अमेरिका से लौटे हैं,वह वहां पर बड़ी कंपनियों के सीईओ से मिले,पूरी दुनिया में भारत पर भरोसा बढ़ा है।पीएम ने कहा कि बीजेपी खेती के साथ व्यापार कारोबार को बढ़ावा देती है,दुनिया को भरोसा है भारत तेजी से आगे बढ़ेगा, न्यूयॉर्क में स्वागत में हरियाणा खड़ा कर दिया गया था।
सोनीपत की धरती से महान सपूत सर छोटू राम को प्रणाम करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनका जीवन किसानों और वंचितों के लिए समर्पित रहा।आज 25 सितंबर हमारे पथ प्रदर्शक पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी की जयंती है,गरीबों की सेवा के लिए उन्होंने जो रास्ता दिखाया वह हर बीजेपी कार्यकर्ता के लिए संकल्प पथ की तरह है।
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के मतदान का जिक्र करते हुए कहा कि यह मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है,लोग सुबह से ही वोट डालने के लिए कतारों में लग गए हैं। पीएम ने कहा कि पहले चरण में जिस तरह जम्मू-कश्मीर में वोटिंग का रिकॉर्ड टूटा वह भी दुनिया ने देखा,मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना करूंगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में एक और चुनौती है, जिसपर सिर्फ बीजेपी ही बात करती है।हमारे देश में खेत का साइज भी लगातार कम हो रहा है,जैसे-जैसे परिवार बढ़ता है जमीन के टुकड़े होते हैं, जमीनें बट जाती हैं,आबादी बढ़ रही है,लेकिन खेत छोटे हो रहे हैं।खेती से जुड़े अर्थशास्त्री भी मानते हैं खेती के साथ-साथ कमाई के दूसरे जरिए भी होने चाहिए।