दिल्ली

Jio-Airtel-VI-BSNL यूजर्स जान लें ये नया नियम,1 दिसंबर से OTP आने में हो सकती है देरी –

 

दिल्ली:-    टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने एक बड़ा बदलाव किया है, जिसके तहत अब टेलीकॉम कंपनियों को ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड आधारित मैसेज की ट्रैकिंग के लिए ट्रेसेबिलिटी लागू करने का निर्देश दिया गया है।

बता दें, इस बदलाव का उद्देश्य ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्कैम से बचाव करना है। इससे Jio, Airtel, VI और BSNL के यूजर्स को हो रहे बदलावों का सामना करना पड़ सकता है।

आजकल इंटरनेट और स्मार्टफोन का उपयोग बढ़ने के साथ-साथ साइबर क्राइम और ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। धोखाधड़ी करने वाले लोग अब ओटीपी और अन्य संदेशों का इस्तेमाल करके यूजर्स के साथ ठगी कर रहे हैं। इससे निपटने के लिए TRAI ने एक नया कदम उठाया है। इसके तहत सभी टेलीकॉम कंपनियों को ओटीपी और अन्य व्यावसायिक मैसेज की ट्रैकिंग करनी होगी ताकि स्कैमर्स इन मैसेजेस का गलत इस्तेमाल न कर सकें।

 

1 दिसंबर से लागू होगा नया नियम –

पहले TRAI ने इस नियम को 31 अक्टूबर तक लागू करने का निर्देश दिया था, लेकिन टेलीकॉम कंपनियों की मांग पर इसे बढ़ाकर 31 नवंबर कर दिया गया। फिर अब, 1 दिसंबर 2024 से सभी टेलीकॉम कंपनियां इस नियम को लागू करेंगी। इसका मतलब है कि ओटीपी और अन्य महत्वपूर्ण मैसेज के आने में कुछ देरी हो सकती है, क्योंकि इन्हें ट्रैक किया जाएगा और यह प्रोसेस थोड़ा समय ले सकता है।

 

क्या होगा इसका असर –

इस बदलाव के कारण, अगर आप बैंकिंग, टिकट रिजर्वेशन या अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए ओटीपी प्राप्त करते हैं, तो इसमें थोड़ी देरी हो सकती है। हालांकि, इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब स्कैमर्स ओटीपी के जरिए धोखाधड़ी नहीं कर पाएंगे, जिससे आपकी ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ जाएगी। TRAI का यह कदम खासकर फेक ओटीपी मैसेज के कारण हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए है। ऐसे मैसेज के जरिए स्कैमर्स यूजर्स के डिवाइस तक पहुंच बनाते हैं और उन्हें वित्तीय नुकसान पहुंचाते हैं। अब टेलीकॉम कंपनियां इन मैसेजेस की ट्रैकिंग करेंगी, ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।

 

धोखाधड़ी पूरी तरह से होगा खत्म –

इस बदलाव के बाद, भले ही OTP मैसेज में थोड़ी देरी हो सकती है, लेकिन यूजर्स को सुरक्षित और विश्वसनीय अनुभव मिलेगा। इसका उद्देश्य ऑनलाइन धोखाधड़ी को पूरी तरह से खत्म करना है, ताकि टेलीकॉम यूजर्स सुरक्षित रह सकें।

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