फर्जी रिपोर्ट वापस लेने की अधिवक्ता संघ ने उठाई मांग

बांदा। बीते दिनो जिला चिकित्सालय मे तैनात स्टॉफ नर्स ने एडवोकेट पुष्कर द्विवेदी के विरूद्ध मन गढंत आरोप लगाकर गंभीर धाराओं मे रिपोर्ट दर्ज करायी थी। इस मामले को लेकर जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अशोक कुमार दीक्षित व महामंत्री रामप्रकाश शिवहरे की अगुवाई मे अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल से मिलकर अनैतिक तरीके से दर्ज करायी गयी रिपोर्ट पर रोक लगाए जाने की मांग की। अधिवक्ता संघ का कहना है कि फर्जी मुकदमा दबाव बनाकर गंभीर धाराओं मे पंजीकृत कराना बेहद गैर कानूनी कृत्य है जबकि नर्स व उसके सहयोगी कर्मियों ने अनैतिक, अपराधिक, असमाजिक, गैर कानूनी कृत्य करते हुए पद का दुरूपयोग किया है। चिकित्सालय जन सामान्य हितोपयोगी जीवन रक्षक स्थल है। वहां तीमारदार, पीड़ित, सामान्य लोगों के साथ राजनैतिक, अधिवक्ता व पत्रकारों की आवाजाही बनी रहती है। संघ ने कहा कि नर्स प्रियंका दीक्षित व उसके सहयोगियों जैसे कर्मी अवैधानिक, अनैतिक, असंगत, अपराधिक कृत्य करने पर उतारू होकर फर्जी एफआईआर दबाव बनाकर लोगों की आवाज को बंद कराने का कार्य करंेगे तो अस्पताल जैसी संस्था मे पहुंचने पर लोग असहज व भयभीत होंगे। संघ ने कहा कि कोतवाली नगर मे एडवोकेट पुष्कर द्विवेदी के विरूद्ध धारा 354, 394, 353, 504 व 506 के तहत फर्जी मुकदमे को अविलंब स्पंज कराकर वादिया व उसके सहयोगियों के विरूद्ध तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। कहा कि यदि अस्पताल कर्मियों के दबाव मे फर्जी रिपोर्ट से अविलंब निजात नही दी जाती तो अधिवक्ता संघ को न्याय की लड़ाई के लिए मजबूर होकर कदम उठाना पड़ेगा।