बालू खदान मे बालक की डंपर से कुचलकर दर्दनाक मौत

बांदा। नरैनी तहसील की मानपुर बरियारी बालू खदान मे पिता को खाना देने जा रहे बालक की डंपर से कुचलकर दर्दनाक मृत्यु हो गयी। घटना की जानकारी मिलते ही खदान पर हजारों की तादाद मे भीड़ एकत्र हो गयी और मांग की, कि जब तक जिलाधिकारी और खदान संचालक मौके पर नही आते तब तक शव नही उठने दिया जाएगा। बड़ी मुश्किल से पुलिसकर्मियों व अधिकारियों के समझाने के बाद शव का पंचनामा कर पीएम के लिए भेजा गया। बरियारी बालू खदान मे डिस्काउंट बिलटेक प्राइवेट लिमिटेड फर्म के नाम खनन का पट्टा स्वीकृत है। बालू खदान मे काम कर रहे पिता रामशरण यादव का पुत्र अंकित 17 निवासी बरियारी मानपुर खाना लेकर गया था। इसी दौरान डंपर चालक ने एक बार नही दो बार आगे-पीछे करके बालक को कुचल दिया। घटना के बाद पुलिस डंपर चालक को पकड़कर थाने ले गयी। खदान पहुंची ग्रामीणों की भीड़ को देखकर खदान संचालक मौके से फरार हो गया। सूचना पर गिरवां थाना की पुलिस व पुलिस क्षेत्राधिकारी नरैनी अंबुजा त्रिवेदी के अलावा थाना कालिंजर की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। तहसीलदार नरैनी ने मौके पर लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व खदान संचालक संजीव गुप्ता के आने तक शव न उठाने की बात पर अड़े रहे। इसके बावजूद कोई मौके पर नही पहुंचा। जानकारी मिलने पर नरैनी के पूर्व विधायक राजकरण कबीर ने पहुंचकर परिजनों को समझाया और खदान संचालक के विरूद्ध मुकदमा लिखवाने का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों का कहना था कि खदान संचालक के विरूद्ध पहले भी शिकायती पत्र दे चुके थे लेकिन चौकी प्रभारी ने कोई कार्रवाई नही की। मृतक के चाचा ने बताया कि एक हफ्ते पूर्व चौकी प्रभारी अकबरपुर को जानकारी दी गयी थी कि यहां 10 फिट गहरे गढ्ढे किए जा रहे हैं जिससे आए दिन मौतें हो रही हैं। बीते 6 माह पूर्व गहरे गढ्ढों मे ही तीन बच्चों की डूबकर मौत हो गयी लेकिन खनन माफिया रसूक के चलते गहराई तक कई फिट गहराई तक खनन कर रहे हैं।
विवादों के घेरे मे खनन अधिकारी
बांदा। बरियारी बालू खदान हमेशा से ही विवादों के घेरे मे रही है। यहां के किसानों ने जमीन से जबरन ट्रकों को निकालकर अवैध खनन की शिकायत डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल से की थी। उन्होने खनन अधिकारी को जांच करने का आदेश दिया था लेकिन खनिज अधिकारी रात के समय पहुंचकर खदान संचालक से मोटी रकम एंेठकर चले जाते थे। इतना ही नही खनन माफिया ने एग्रीमेंट के तहत न तो किसानों को पैसे दिए और जबरन ट्रकों की निकासी करते रहे। किसानों का कहना है कि खदान मे शैलेन्द्र यादव खदान संचालक का रिश्तेदार है यह अवैध असलहा रखकर लोगों को मारता-पीटता है और कहता है कि यदि कोई आवाज उठाएगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा। मृतक अंकित के पिता रामशरण के पास महज 7 बीघे जमीन है। मृतक भाईयों मे सबसे बड़ा है बहन का विवाह बीते 17 फरवरी को हुआ था। चाचा ने बताया कि भतीजी की शादी के समय कर्ज लिया था। मृतक के पिता रामशरण को खदान मे 170 रुपये प्रतिदिन मजदूरी मिलती थी जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण करता था।