ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान

बांदा। सोमवार की रात प्रकृति कहर के कारण क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि से किसानो की फसल चौपट हो गई। बरियारपुर के किसानों ने लेखपाल को सुबह फोन पर सूचना देकर खेतों को देखने की बात कही। लेखपाल द्वारा टालमटोल करने पर बरियारपुर, परशहर और बरुआ कालिंजर के किसानों ने कलिंजर रोड के बरियारपुर चौराहे पर जाम लगा दिया। सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 11 बजे तक जाम लगा रहा। बर्बाद फसल का किसान मुआवजा मांग रहे थे। जिसके लिए जिलाधिकारी की मांग पर अड़े रहे। जाम की सूचना मिलते ही कालिंजर थाना अध्यक्ष ऋषि देव पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। उन्होंने जाम को हटाने की काफी कोशिश की, विद्यालय जाने वाले छात्रों से लेकर तमाम मरीज और तीमारदार भी इस जाम में कई घंटे तक फंसे रहे। जाम खुलता न दिखाई देने पर तहसीलदार लखनलाल राजपूत और नायब तहसीलदार सदर हेमंत कुमार पटेल मौके पर पहुंचकर किसानों को समझने की कोशिश की। इसी इलाके से जुड़े बॉर्डर होने के कारण मध्य प्रदेश पन्ना जिले के मौकछ चौकी पर मध्य प्रदेश के लोगों ने भी जाम लगा दिया। अजयगढ़ तहसीलदार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर उन्हें समझा बुझा कर जाम को खुलवाया और किसानों के खेतों का स्वयं सर्वे किया। उन्होंने किसानों से कहा कि नुकसान का शत्-प्रतिशत मुआवजा दिलाया जाएगा। बरियारपुर पर किसानों ने जाम को खोलने के लिए जिला अधिकारी के आश्वासन की मांग करते रहे। बाद में एक किसान ने जिलाधिकारी से बात की। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने फोन पर आश्वासन दिया कि जिन क्षेत्रों में नुकसान हुआ है उसकी रिपोर्ट प्रत्येक लेखपाल अपने क्षेत्र में जाकर शाम तक कार्यालय में उपस्थित कराएं। जिला स्तर से खेतों के नुकसान के मुआवजा के लिए शासन को पत्र भेज कर मुआवजा दिलाने की कोशिश की जाएगी। ओलावृष्टि से रूबरियारपुर, परशहर, बरुआ कालिंजर, गुढ़ाकला, बसराही, देवलपुर, नरदहा, पिपरा, सिघौटी, सढ़ा, अमल्लकपुर, गोरेमऊ कला ,खंदेवरा, रक्सी, बदौसा सानी, लाहौरा, लहुरेटा, गोरेपुरवा, कुइयाकगर, बरकोला, बसराही, साहपाटन, बुलाकी, गरेही, पंचमपुर, सहित कई क्षेत्रों में किसानों को भारी नुकसान हुआ।