जंगली सांड ने की ऊंट की हत्या, किसानों मे भय

बांदा। पैलानी तहसील के पिपरहरी गांव में शिवराम बाबा के हार में जंगली गौवंशों के साथ आये सांड ने ऊंट को मौत के घाट उतार दिया। ऊंट पर सवार शिवबदन निषाद ने पास मे बबूल के पेड़ पर चढ़कर जान बचाई। ऊंट की मौत के बाद पहुंचे ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह ने थानाध्यक्ष पैलानी संदीप पटेल व तहसीलदार पैलानी विकास पाण्डेय व बनविभाग को जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि आए दिन जंगली गौवंशों व सांड से परेशान किसानों ने बीती 1 फरवरी को किसान जयप्रकाश खेत की रखवाली कर रहे थे तभी जंगली गौवंशों के साथ आये सांड ने हमला कर दिया जिससे किसान का हाथ टूट गया। पास मे खेतों की रखवाली कर रहे किसान चुन्ना शर्मा, सौरभ बहादुर चंदेल सहित आधा दर्जन किसानों ने लाठी-डंडों से सांड़ को भगाया और ग्राम प्रधान को सूचना दी। ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि बीती 2 फरवरी को गौवंशों व सांड़ को भगाने के लिए अमलोर गांव से एक हजार रुपए देकर बुलाए गए ऊंट मालिक शिवबदन निषाद के ऊपर हमला कर दिया लेकिन उसने पास मे स्थित बबूल के पेड़ पर चढ़कर जान बचाई। घटना से नाराज किसानों ने आंदोलन का रूख अख्तियार किया तो एसडीएम पैलानी मे उन्हे कार्रवाई का आश्वासन देकर भरोसा दिया कि इस पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। कहा कि डीएम के निर्देश पर एडीएम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व डीएफओ की कमेटी गठित की गयी है। वन विभाग कर्मचारी सांड को काबू मे कर इसे गौशाला मे संरक्षित करेंगे। किसानों का कहना है कि सांड को संरक्षित करने से गौशाला मे संरक्षित गौवंश के साथ ही वहां काम करने वाले लोगों को भी जान का खतरा है।