सदर तहसील का डीएम ने किया औचक निरीक्षण

बांदा। सदर तहसील का जिलाधिकारी ने शनिवार को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने तहसील के भूलेख अनुभाग, नजारत, आर के भूलेख अभिलेखागार एवं मतदाता पंजीकरण केन्द्र का बारीकी से निरीक्षण करते हुए राजस्व वादों के निस्तारण के बारे मे जानकारी लेकर निर्देश दिए कि राजस्व वादों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण व समयबद्धता के तहत किया जाए। उन्होने कहा कि वाद अधिक दिनो तक लंबित नही रहने चाहिए। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बैनामा के बाद दाखिल, खारिज के मामलों का निस्तारण तय समय सीमा मे करने के निर्देश दिए। उन्होने वरासत के मामलों को भी समय से निस्तारित करने के निर्देश राजस्व कर्मियों को दिए। निर्देश दिए कि बैनामा के बाद दाखिल, खारिज के ऐसे मामले जिनमे बिचौलिया अनावश्यक आपत्तियां देते हैं, ऐसे मामलों की आपत्तियों को शीघ्र खारिज किया जाए और वास्तविक संपत्ति के मालिक व हिस्सेदार के ही आपत्ति लगाए जाने पर आपत्ति मान्य करते हुए प्रकरण का निस्तारण अविवादित मामलों मे 45 दिनों के अंदर तथा विवादित मामलों का निस्तारण 90 दिन के अंदर आवश्यक रूप से किया जाए। उन्होने दैवीय आपदा के मामलो मे किसी व्यक्ति की दैवीय आपदा से मृत्यु होने पर पीएम रिपोर्ट मिलने के 7 दिन के अंदर निस्तारण के आदेश दिए। वरासत के मामलों का निस्तारण शीघ्रता से करने के निर्देश दिए। ऐसे मामले अधिक दिनों तक किसी भी दशा मे लंबित न रहने पाएं तथा समयबद्धता के साथ संबंधित का नाम कंप्यूटराइज खतौनी मे भी दर्ज किया जाए। उन्होने निर्देश दिए कि जो बैनामा प्राप्त हो रहे हैं उन्हे समय से अभिलेखों मे दर्ज किया जाए। डीएम ने राजस्व वादों से संबंधित अनेक पत्रावलियों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबित राजस्व वादों का निस्तारण शीघ्रता से किया जाए। उन्होने मुख्य देयकों की वसूली करने तथा बड़े बकायेदारों की आरसी के जरिए वसूली करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार, एसडीएम रजत वर्मा, तहसीलदार सदर राधेश्याम, नायब तहसीलदार व राजस्वकर्मी मौजूद रहे।