कनवारा खण्ड-5 मे भारी मशीनों से हो रहा अवैध खनन –

बांदा:– जिले मे 1 अक्टूबर से केन नदी की बालू खदानों मे खनन शुरू हो गया है। शासन की रोक के बावजूद भारी भरकम मशीनों से खनन किया जा रहा है। मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर कनवारा खण्ड संख्या 5 मे नदी की जलधारा रोककर शाम होते ही रात भर बड़ी मशीनों के जरिए खनन को अंजाम दिया जा रहा है। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के सख्त निर्देशों के बावजूद खदान से ही प्रतिदिन बड़ी संख्या मे ओवरलोड ट्रकों का परिवहन किया जा रहा है। इतना ही नही खनन कारोबारियों ने ट्रकों की निकासी के लिए जीवन दायिनी केन नदी के पानी को रोक कर रास्ता बना लिया है। खनन माफिया व खनिज अधिकारी की सांठ-गांठ के चलते आला अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है। यही वजह है कि कनवारा के पट्टाधारक ने एनडीटी के आदेशों की अवहेलना करते हुए जलधारा रोककर बगैर किसी परमीशन के अवैध तरीके से पुल बना लिया है। यदि इसी तरह अवैध रूप से नदी की बीच जलधारा मे खनन होता रहा तो आने वाले गर्मी के मौसम मे लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना होगा। मशीनों के जरिए 20 से 30 फीट गहराई तक बालू निकाली जाती है इस वजह से नदी का पानी नीचे चला जाता है। एनजीटी के स्पष्ट आदेश हैं कि बीच जलधारा मे खनन न किया जाए इसके अलावा नदी की जलधारा को भी न रोका जाए लेकिन खान अधिकारी की मिली भगत से नियम कानून ताक मे रखकर इस कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों का खदान संचालक को संरक्षण प्राप्त है। गांव के लोगों का कहना है कि जलधारा रोक कर पुल बनाने की शिकायत खनिज अधिकारी से की गई थी लेकिन खनिज अधिकारी ने कोई कार्रवाई नही की और न ही किसी प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। इतना ही नही कनवारा गांव निवासी रामदास पुत्र गोपी राम ने बीते दिनों डीएम को शिकायती पत्र देकर बताया है कि कनवारा खण्ड 5 का ठेकेदार उसकी जमीन पर बिना एग्रीमेंट के रास्ता बनाने पर आमादा है। जबरन धमका कर हस्ताक्षर करा लिए हैं। पीड़ित ने जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग भी की थी.