आईसीएमएआई के लखनऊ चैप्टर द्वारा दो दिवसीय जी.एस.टी कान्क्लेभ का दूसरे दिन का सेमिनार हुआ –

लखनऊ:- गोमती नगर के सीएमए भवन के ऑडिटोरियम में द इंस्टीटयूट ऑफ कास्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएमएआई) के लखनऊ चैप्टर द्वारा दो दिवसीय जी.एस.टी कान्क्लेभ का द्वितीय दिन का सेमिनार आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जीएसटी कर एवं वित्त सलाहकार सी०एम०ए० अनिल शर्मा को आमंत्रित किया गया.
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि – उग्रसेन धर द्विवेदी, एडीशनल कमीशनर, सी०जी०एस०टी० (आडिट) द्वारा लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष सी०एम०ए० रंजीत सिंह, सी०एम०ए० समीर कुमार स्वाइन, वित्त निर्देशक उ०प्र० पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड, सी०एम०ए० सुनील कुमार सिंह, पूर्व चेयरमैन नार्दन इंडिया रीजनल कांउसिल, सी०एम०ए० हनी सिंह, सचिव नार्दन इंडिया रीजनल कांउसिल, सी०एम०ए० अनिल शर्मा, जी०एस०टी० एक्सपर्ट, सी०एम०ए० जूही उपाध्याय, उपाध्यक्ष लखनऊ चैप्टर, सी०एम०ए० अभिषेक मिश्रा सचिव, लखनऊ चैप्टर, सी०एम०ए० नरेन्द्र कुमार कोषाध्यक्ष, लखनऊ चैप्टर, उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि श्री उग्रसेन धर द्विवेदी, एडीशनल कमीशनर, सी०जी०एस०टी० (आडिट) ने सरकार द्वारा किया गया बदलाव का पूर्ण लाभ अन्तिम उभोक्ता को मिलना चाहिए। इसके लिए सी०एम०ए० सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। देश की आर्थिक उन्नति में जी०एस०टी० 2.0 एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा यदि क्रियान्वयन ढीक से किया जाय।
गेस्ट ऑफ ऑनर सी०एम०ए० समीर कुमार स्वाइन, वित्त निर्देशक उ०प्र० पावर ट्रान्शमिशन कार्पोरेशन लिमिटड जिन्होंने जी०एस०टी० 2.0 के लागू होने के बाद सी०एम०ए० प्रोफेशनल की जिम्मेदारी बढने की बात कह बताया है कि इंड यूजर तक वस्तु के दाम की कमी का लाभ पहुंचानें में गहत्वपूर्ण भूमिका है। जी०एस०टी० इंन्पुट टैक्स क्रेडिट का उचित संगडना एवं क्रियान्वयन कर जी०एस०टी० के लिटिगेशन को कम करना होगा.
गेस्ट ऑफ ऑनर सी०एम०ए० सुनील कुमार सिंह पूर्व चेयरमैन नार्दन इंडिया रीजनल काउंसिल, चताया की सी०एम०ए० की सेवा का महत्वपूर्ण योगदान व्यावसायिक लिटिगेशन के समाधान में मिलेगा जी०एस०टी० के बदलाव का क्रियान्वय कर लाभउपभोक्ता को प्राप्त होगा। भारत की वित्त संरचना को बढ़ावा मिलेगा और विकसित भारत 2047 का लक्ष्य भी प्राप्त होगा।
सी०एम०ए० अनिल शर्मा, जी०एस०टी० एक्सपर्ट, गुख्य प्रवक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने जी०एस०टी० के प्रावधानों पर विस्तार से परिचर्चा की। विभिन्न व्यापारिक संस्थानों से आये प्रतिभागियों के प्रश्नों का रागाधान किया जी०एस०टी० के एक्सपर्ट प्रतिभागियों के साथ जी०एम०टी० 2.0 पर भी विस्तार में चर्चा हुई।
इस अवसर पर सी०एम०ए० रंजीत सिंह आईसीएमएआई लखनऊ चैप्टर ने कहा, आदरणीय मुख्या अतिथि विशिष्ट अतिथिगण सम्मानित सदस्य प्रिये अध्येताओं तथा मेरे प्यारे मित्रों, आज का यह दिन हमारे लिए अत्यंत गर्व का अवसर है क्यूंकि इस विशेष संगोष्ठी को सफल बनाने एवं देश की तरक्की में योगदान देने के लिए हम सब यहाँ इक्कठे हुए हैं। यह संगोष्ठी हमारी एकता तथा ज्ञान तथा देश समर्पण का प्रतीक है। हमारे मुख्य अतिथि जिनकी उपस्तिथि इस मंच को और भी गौरवमयी बनती है, उनके प्रति हम विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हैं। आपका मार्गदर्शन और प्रेरणा दायक व्यक्तित्व हम सबके लिए उपहार स्वरुप है.जैसा की आप सभी जानते हैं की हम सब यहाँ पर जी एस टी के प्रावधानों तथा समय समय पर किये गए नवीनतम बदलावों का व्यवसायों पर होने वाले प्रभाव की जानकारी साझा करने, सही कर भुगतान को बढ़ावा देने तथा व्यवसायी एवं सरकार दोनों के ख़ज़ाने में वृद्धि किस प्रकार से की जाए के सम्बन्ध में विचार विनिमय करने हेतु उपस्थित हुए हैं।
यहाँ ये भी उल्लेखनीय है की हमारे मध्य विराजमान हमारे कॉस्ट अकाउंटेंट वरिष्ठगण तथा मित्र जो भारत के “अग्रणी संस्थान” दा इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट अकॉउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया” के सदस्य हैं के द्वारा देश के राजस्व सृजन में अहम् भूमिका निभा रहें हैं। वो चाहे किसी निजी संस्था में हो या फिर किसी पी एस यू सरकारी विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हो या फिर निजी पेशेवर हो, हर भूमिका में वो स्तम्भ र्क तरह अपने ज्ञान के माध्यम से व्यवसायों को बढ़ावा दे रहे हैं साथ ही सही कर की गढ़ना कर सरकार के ख़ज़ाने में इज़ाफ़ा भी कर रहे हैं साथ ही नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित कर कानूनी वाद-विववाद को घटाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ICMAI के सदस्य होने के नाते हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि हम इस प्रणाली की सही समझ समाज तक पहुँचाएँ, व्यापारियों को मार्गदर्शन दें और क़ानूनी अनुपालन में मदद करें।साथ ही, हमें यह भी देखना होगा कि जहाँ-जहाँ व्यावहारिक कठिनाइयाँ हैं, वहाँ सरकार तक सही सुझाव पहुँचाएँ। जी.एस.टी. को और अधिक सरल बनाने के लिए नीतिगत सुधार लगातार आवश्यक हैं।अंत में मैं इतना ही कहना चाहूँगा कि जी.एस.टी. केवल कर सुधार नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और पारदर्शी भारत की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है। आइए, हम सब मिलकर इसे और प्रभावी बनाने का संकल्प लें।
इस अवसर पर CMA अभिषेक मिश्रा सचिव ICMAI लखनऊ चैप्टर ने कहा, GST 2.0 भारत की कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। CMA उद्योगों को नए GST ढांचे के अनुरूप मार्गदर्शन देंगे लागत विश्लेषण द्वारा उपभोक्ताओं तक लाभ पहुँचाएंगे तथा MSME को अनुपालन में सहयोग कर देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे।”