अंतरराज्यीय हाई-टेक ठगी का भंडाफोड़;29 ठग गिरफ्तार,फर्जी कॉल सेंटर पर साइबर क्राइम टीम का बड़ा एक्शन –

✍️नवीन तिवारी
वाराणसी:- साइबर ठगी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत थाना रोहनिया और साइबर क्राइम कमिश्नरेट वाराणसी की संयुक्त पुलिस टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। अमरा चौराहा स्थित जीन पब्लिक स्कूल की बिल्डिंग में संचालित फर्जी कॉल सेंटर पर धावा बोलते हुए पुलिस ने *29 अंतरराज्यीय ठगों को रंगे हाथ गिरफ्तार* किया। इनके पास से ठगी में इस्तेमाल किए जा रहे *45 लैपटॉप, 40 सीपीयू, 42 मॉनिटर, 30 माउस, 40 की-बोर्ड, 55 हेडफोन, 24 मोबाइल फोन और 07 फर्जी आधार कार्ड* बरामद हुए।
एसीपी साइबर क्राइम की अगुवाई –
इस कार्रवाई में *एसीपी साइबर क्राइम के नेतृत्व* और थाना रोहनिया पुलिस की सक्रियता से बड़ी कामयाबी मिली। साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी कुशवाहा और उनकी टीम ने ठगों की हर गतिविधि को ट्रैक किया और रात में ही दबिश देकर गिरोह को दबोच लिया। एसीपी साइबर क्राइम की सटीक रणनीति और तकनीकी जानकारी का ही नतीजा है कि यह हाई-टेक गैंग कानून के शिकंजे में आ सका।
ठगी का हाई-टेक तरीका –
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे विदेशी नागरिकों के नंबर पोर्टल से खरीदकर *फर्जी आईवीआर कॉल* जनरेट करते थे। खुद को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर झूठे बहाने गढ़े जाते। विदेशी नागरिकों को पार्सल में ड्रग्स या अश्लील कंटेंट होने का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया जाता। इसके बाद कॉल को “लीगल अथॉरिटी” के पास ट्रांसफर कर उनसे बैंक विवरण लेकर बिटकॉइन और गिफ्ट कार्ड के जरिए रकम ऐंठी जाती थी।
गिरफ्तार अभियुक्तों का ब्योरा –
कॉल सेंटर संचालक:- कौशलेन्द्र तिवारी (मोहाली, पंजाब)
मुख्य सदस्य:- शारुख याकूब (मुम्बई), बुकी (नागालैंड), किनोबे (नागालैंड), मुश्ताक (मुम्बई), प्रभुराज (महाराष्ट्र), माइकल मोर्गन (महाराष्ट्र), मनीष (पंजाब), करनदास (त्रिपुरा), परिश्रुत (गुजरात), केविन (मेघालय), सुमित विश्वास (मेघालय), सूरज ठाकुर (मेघालय), राहुल ठाकुर (मेघालय), अमर सिंह (मेघालय), कुशलदीप उर्फ राहुल (मेघालय), मिथपाल (शिलांग), रितेश बंसल (राजस्थान), साहिल सिंह (मेघालय), समित पाल (गुजरात), निशांत पाण्डेय (गुजरात), श्रवण किशन (गुजरात), महिर सेन (हरियाणा), सुमित करी (मेघालय), वन्श (पंजाब), निप (नागालैंड), पंकज सिंह (गुजरात), सोनू भदौरिया (गुजरात), याकातो (नागालैंड) ये सभी अभियुक्त विभिन्न राज्यों से आकर वाराणसी में ठगी का यह रैकेट चला रहे थे।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका –
थाना रोहनिया और साइबर क्राइम की संयुक्त टीम में निरीक्षक गोपाल जी कुशवाहा, निरीक्षक मनोज तिवारी, उ0नि0 कृष्ण कुमार जयसवाल समेत बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उपनिरीक्षक व सिपाहियों ने मिलकर इस गैंग का भंडाफोड़ किया।