
लखनऊ:- राजधानी को साफ-सुथरा और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की मंशा के साथ नए नगर आयुक्त गौरव कुमार ने गुरुवार को पदभार संभाल लिया।
पूर्व नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी और इस मौके पर दोनों अधिकारियों के बीच भावुक विदाई और नई उम्मीदों का दृश्य देखने को मिला।
गौरव कुमार ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना और सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार पर नकेल कसना होगा।
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में लखनऊ को जलभराव से बचाना भी एक अहम लक्ष्य रहेगा और इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
चंडीगढ़ से ताल्लुक रखने वाले और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि से आने वाले गौरव कुमार 2018 बैच के अधिकारी हैं। लखनऊ उनके लिए नया नहीं है—करीब डेढ़ साल पहले वो लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में ओएसडी के पद पर लगभग 20 दिन की सेवा दे चुके हैं। अब उन्हें एक बार फिर नवाबों के शहर को संवारने का अवसर मिला है।
प्रयागराज में बतौर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) कार्यरत रहे गौरव कुमार की ट्रेनिंग श्रावस्ती और कानपुर में हुई थी, और वह आज़मगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व गोंडा में सीडीओ जैसे पदों पर भी अपनी छाप छोड़ चुके हैं। अब लखनऊ से उन्हें न केवल उम्मीदें हैं, बल्कि शहर को भी उनसे बड़ी उम्मीदें हैं।
नए नगर आयुक्त के तेवर और सोच से यह तो साफ है कि लखनऊ में अब व्यवस्थाएं और जवाबदेही दोनों कसौटी पर होंगी। अब देखना होगा कि उनके नेतृत्व में क्या सच में शहर निखरेगा और गंदगी व भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी, या यह भी सिर्फ एक और औपचारिक बदलाव बनकर रह जाएगा।