
बांदा:- केन नदी में अवैध खनन के चलते बने गढ्ढे में 7 वर्षीय बच्ची की डूबकर मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब चक चटगन गांव की रहने वाली खुशबू पुत्री रमईया निषाद मवेशियों को पानी पिलाने केन नदी गयी थी। नदी में नहाते समय उसका पैर फिसल गया जिससे वह मोरम खनन के बने गहरे गढ्ढे में डूब गई। पास में खड़े चचेरे भाई मुकेश ने शोर मचाया।
आवाज सुनकर खुशबू की बड़ी मां संपत और खेतों में काम कर रहे लोग दौड़े लगभग 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद खुशबू को पानी से बाहर निकाला गया। परिजन उसे फौरन जिला अस्पताल ले गये लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका के चचेरे भाई मदन कुमार ने बताया कि मरौली खंड 5 में मोरम माफियाओं के भारी खनन के चलते जेसीबी से गहरे गढ्ढे खोदे गये हैं। इन गढ्ढों में लबालब पानी भरा रहता है और इनकी वास्तविक गहराई का अंदाजा किसी को नही लग पाता है। बताते चलें कि मरौली खंड 5 व खंड 1 बालू खदान में रसूक के चलते बड़े पैमाने पर दिन-रात हैवी मशीनों से अवैध खनन चल रहा है। यहां पहले भी कई लोगों की गहरे गढ्ढों में जान जा चुकी है। लेकिन खनिज और जिला प्रशासन इस खदान पर कार्रवाई करने से बचता रहा है।