औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर बवाल, नागपुर में हिंसक हुआ प्रदर्शन; पथराव में चार पुलिसकर्मी घायल –

दिल्ली:- मुंबई सहित महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में सोमवार को खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर प्रदर्शन किए गए और जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिए गए। इस दौरान नागपुर में हुए प्रदर्शन के बाद मुस्लिम समाज भी सड़क पर उतरा और पथराव और आगजनी की।
औरंगजेब की कब्र विवाद अफवाह पर माहोल क्षेत्र में भारी बवाल, आगजनी और पथराव की घटना – 25 से 30 दोपहिया वाहन फूंक दिए गए हैं। पुलिस ने करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया है। पथराव में 15 से 20 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है।
औरंगजेब विवाद के बीच नागपुर में हुई हिंसा, धारा 144 लागू की गई –
अपराध रोकने के लिए साइबर पुलिस की मदद
पुलिस ने 17 आरोपियों को हिरासत में लिया है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस ने कहा कि, पुलिस पर पथराव करना गलत बात है, उपद्रव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हिंसा के पीछे साजिश है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अफवाह के चलते अप्रिय स्थिति उत्पन्न हुई। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
सूत्रों के मुताबिक आज दिन में औरंगजेब की कब्र विवाद पर बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के लोगों के प्रदर्शन व विवादित बयानों के बाद अफवाहों के चलते शाम होते-होते तनाव बढ़ता गया और रात में महाल क्षेत्र में अचानक बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए और हिंसा शुरू हो गई। पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज कर स्तिथि पर जैसे तैसे काबू किया.
इस घटना में कुछ लोगों के साथ-साथ दो पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है. घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
नागपुर के डीसीपी अर्चित चंदक ने कहा, “ये घटना कुछ गलत जानकारियों की वजह से हुई. अब स्थिति नियंत्रण में है. मैं सभी से अपील करता हूं कि वो घरों से बाहर न निकलें और पत्थरबाज़ी न करें.”
उन्होंने बताया, “काफी पत्थरबाज़ी भी हुई और हमने आंसू गोल के गोले दागे. कुछ छोटी गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया गया और हमने फ़ायर ब्रिगेड को बुलाकर उसे बुझा लिया. कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. पत्थरबाजी की घटना के दौरान मेरे पैर में चोटें आईं.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति की अपील की है.