
✍️रवि शर्मा
लखनऊ:- 6 दिसंबर बाबा साहब डा.भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि सामाजिक समरसता दिवस के अवसर पर अभाविप लखनऊ उत्तर जिले द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य मंत्री, समाज कल्याण विभाग, असीम अरुण, मुख्य वक्ता अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही, विशिष्ट अतिथि अभाविप के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. वरुण छांछर, लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष जयव्रत राय एवं मंत्री जतिन शुक्ला ने माता सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बाबा साहब अम्बेडकर के जीवन तथा संविधान के विषय में बताते हुए कार्यकम के मुख्य वक्ता प्रो.राजशरण शाही ने अम्बेडकर तथा विद्यार्थी परिषद के विचारों के समन्वय पर बात की, उन्होंने बताया कि कैसे एबीवीपी बाबा साहब के विचारों और मूल्यों को समाज में स्थापित करने का काम कर रही है, इस विषय पर व्यापक बात करते हुए उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय में कई वर्षों से आयोजित हो रहे डॉ अम्बेडकर स्टडी सर्किल की चर्चा की। मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा बाबा साहब को केवल एक समाज के साथ जोड़ना नाइंसाफी होगी, आज के समय में लोग महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं परंतु बाबा साहब ने आज से कई वर्ष पूर्व न सिर्फ महिला शशक्तिकरण अपितु मानवतावाद को भी संविधान में सम्मिलित कर सर्व समाज की बात की।
डा. वरुण छांछर ने कहा कि अभाविप द्वारा ऐसे महापुरुषों की जयंती/पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य है कि हम सभी उनके जीवन से प्रेरणा लें और उनके संघर्षों को जाने कि कैसे वो इतने महान हो गए कि उनके जाने के इतने वर्षों बाद भी आज हम पूरे देश में हजारों स्थानों पर उनके स्मरण में बड़े-बड़े कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने कार्यक्रम में आए हुए सभी महानुभावों का स्वागत तथा इकाई
अध्यक्ष जयव्रत राय ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी,महानगर अध्यक्ष भुवनेश्वरी भारद्वाज, प्रान्त सहमंत्री राजाराम कुशवाहा, डॉ. आर के यादव, डॉ आर के त्रिपाठी, रिशेंद्र प्रताप सिंह,सूरज त्रिपाठी ,शक्ति दुबे,जिला संयोजक अमन सिंह, लक्ष्य दुबे, विकास मिश्रा, विवेक मिश्रा, शिवेंद्र, विवेक, प्रियांशु यशराज ,शुभम आकाश , नमन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यकर्ता मौजूद रहें।