✍️रवि शर्मा
लखनऊ:– उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है।20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक-दूसरे पर हमलावर हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव घूम-घूमकर प्रचार कर रहे हैं।उपचुनाव के बीच सपा और भाजपा के बीच पोस्टर वार तेज हो गया है।
राजधानी लखनऊ में सपा दफ्तर के बाहर एक और पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर में लिखा है कि अली भी है बजरंगबली भी हैं,संग पीडीए के एकता की टोली भी है,जिसे देख विरोधियों में मच गई खलबली भी है।यह पोस्टर सपा के प्रवक्ता अभिषेक बाजपेई ने लगाया है।बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बंटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था।उसी के जवाब में सपा नेता लगातार नए-नए पोस्टर लेकर आ रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस के यूपी विधानसभा उपचुनाव मैदान से हटने के बाद अब सीधा मुकाबला सपा और भाजपा में है।सपा और भाजपा के नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।हालांकि कुछ सीटों पर बसपा मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है।उपचुनाव का योगी सरकार की सेहत पर भले ही असर न पड़े, लेकिन 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं का रुझान जरूर तय करेगा।यही वजह है कि सपा और भाजपा ने सीटों की स्थिति के आधार पर प्रभारी और सह प्रभारी तय किए हैं।सीएम योगी यूपी की कानून-व्यवस्था को लेकर सपा पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि यूपी में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
सपा दफ्तर के बाहर लगे नए पोस्टर को लेकर भाजपा ने पलटवार किया है।भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अली-अली की रट लगाने वाले भी चुनाव में बजरंगबली को याद कर रहे हैं।हिंदुओं में जाति विभाजन करने वाले हिंदुओं की एकजुटता के नारे से घबरा गए हैं। इनको न अब अली का साथ मिलेगा न बजरंगबली का।
बताते कि इससे पहले भी सपा की तरफ से लखनऊ से लेकर गोरखपुर और वाराणसी में कई पोस्टर लगाए गए हैं।एक पोस्टर में लिखा है कि बांटने वाले बांट नहीं पाएंगे,काटने की बात करने वाले 2027 में मुंह की खाएंगे,सपा से जुड़ेंगे तो सेफ रहेंगे,नेक रहेंगे।एक अन्य पोस्टर में लिखा गया है कि न कटेंगे न बंटेंगे,पीडीए से जुड़ेंगे तो सफलता की उड़ान उड़ेंगे।