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उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल ने ई-कॉमर्स कंपनियों पर बैंकों के गठजोड के माध्यम से परंपरागत व्यापारियों के व्यापार को खत्म करने की सुनियोजित साजिश बताया  –

 

लखनऊ:- रविवार उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष एवं कनफेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट )के प्रदेश चेयरमैन संजय गुप्ता ने ई-कॉमर्स कंपनियों और बैंकों के गठजोड़ पर चिंता जाहिर करते हुए परंपरागत व्यापारियों के व्यापार को खत्म करने की सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा ई-कॉमर्स कंपनियों एवं बैंकों का यह गठजोड़ प्रतिस्पर्धा अधिनियम का उल्लंघन कर रहा है है जिसमें उद्यमो या व्यक्तियों के बीच कोई समझौता जो प्रतिस्पर्धा को नुकसान पहुंचाता हो उसे अपराधिक माना जाता है

 व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ बैंकों की मिलीभगत पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह मिलीभगत पारंपरिक खुदरा व्यापारियों के लिए अस्वस्थ और असमान प्रतिस्पर्धा का माहौल बना रही है। उन्होंने कहा यदि सरकार ने तत्काल संज्ञान लेते हुए इस गठजोड़ पर अंकुश नहीं लगाया तो त्योहारों के मौसम पर रिटेल सेक्टर के परंपरागत व्यापारियों को भारी नुकसान पहुंचेगा। 

व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने, ई-कॉमर्स कंपनियों और ब्रांड मालिकों के बीच अनैतिक सांठगांठ का आरोप लगाया, जिससे खुदरा व्यापार बुरी तरह विकृत हो रहा है। उन्होंने कहा इस मिलीभगत से देश के पारंपरिक खुदरा व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है।

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा विशेष छूट योजनाओं और बैंक कैशबैक ऑफर्स के माध्यम से आक्रामक छूट दी जा रही है, जो फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसे प्लेटफॉर्म्स पर 10% तक की छूट प्रदान कर रहे हैं, जिससे पारंपरिक व्यापारियों को और अधिक नुकसान हो रहा है। इसके अलावा, बैंकों ने भी इसी तरह की साझेदारियाँ की हैं, जो छूट, कैशबैक और अतिरिक्त लाभ प्रदान कर रही हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है 

 ये व्यापारिक प्रथाएँ निष्पक्ष नहीं हैं चाहे जानबूझकर या अनजाने में, ये बैंक एक कार्टेल का हिस्सा बन गए हैं जो एक अस्वस्थ और असमान बाजार बना रहा है, जो प्रतिस्पर्धा के लिए गंभीर चुनौतियाँ उत्पन्न कर रहा है और व्यापार के मौलिक अधिकारों के खिलाफ है।इस संदर्भ में, व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने सी सीआई रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि ये प्लेटफॉर्म स्मार्टफोन मूल उपकरण निर्माता (OEM) जैसे सैमसंग, शाओमी, रियलमी, मोटोरोला, वीवो और वनप्लस के साथ मिलकर राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं।

 

संजय गुप्ता ने बताया रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है कि ये कंपनियाँ विशेष आपूर्ति समझौतों और गहरी छूट प्रथाओं में शामिल हैं, संजय गुप्ता कहा कि यह चौंकाने वाला है कि लगभग 1.5 लाख मोबाइल खुदरा व्यापारी इन अनुचित प्रथाओं के कारण संघर्ष कर रहे हैं, जिनमें से 50,000 से अधिक छोटे व्यापार पहले ही बंद हो चुके हैं।कई छोटे व्यापारी ग्रे मार्केट स्टॉक्स पर निर्भर हो गए हैं क्योंकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और OEM समर्थित एग्रीगेटरों के बीच की सांठगांठ से घरेलू अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान हो रहा है

कनफेडरेशन आॅफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश चेयरमैन एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, कनफेडरेशन आॅफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने आरबीआई गवर्नर को पत्र लिखकर पिछले सप्ताह आरबीआई गवर्नर से तुरंत बैंकों को निर्देश देने का आग्रह किया है कि वे दी जा रही छूट और कैशबैक लाभ बंद करें। इन साझेदारियों और उनके साथ जुड़े खरीदारी के पैटर्न की जाँच शुरू करें। यह देखना महत्वपूर्ण है कि पिछले पाँच वर्षों में इतने अधिक उपभोक्ता बैंक कार्ड का उपयोग करके सैकड़ों मोबाइल फोन कैसे खरीद पाए हैं, जो अनुचित प्रथाओं की ओर इशारा कर सकता है।

संजय गुप्ता ने कहा कि खुदरा व्यापारियों और हमारे बैंकिंग क्षेत्र की वित्तीय अखंडता की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस सांठगांठ को तोड़ना हमारी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। 

संजय गुप्ता ने बताया उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल इस संबंध में रिज़र्व बैंक गवर्नर के अलावा वित्त मंत्री – निर्मला सीथारमन तथा वाणिज्य मंत्री – पीयूष गोयल को भी पत्र लिख कर विषय का संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप करने तथा जांच करने की मांग करेगा। 

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