यूपी में ड्राइवर-कंडक्टर के अभाव में खड़ी हो गईं रोडवेज की 181 बसें;परिवहन निगम को 25 लाख का हो रहा है नुकसान –

लखनऊ:- रोडवेज लखनऊ परिक्षेत्र में रोजाना औसतन 181 बसें रुट पर नहीं जा पा रहीं हैं, जिसके चलते 25 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक(आरएम) ने इस बाबत जिम्मेदारों से तीन दिन में जवाब मांगा है। बसों का संचालन नहीं होने के पीछे की वजहें अफसरों को बतानी होंगी।
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दरअसल, रोडवेज में लखनऊ सहित प्रदेशभर में प्रतिदिन करीब डेढ़ हजार बसों का संचालन ड्राइवरों, कंडक्टरों के अभाव में खड़ी रहती हैं। इसकी वजह से डग्गामार बसों को पनपने का मौका मिल रहा है। चूंकि, डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने निर्देश दिए हैं, इसलिए रोडवेज बसों को सड़कों पर उतारने की कवायद की जा रही है। बसों में जो कमियां मिलती हैं, उन्हें वर्कशॉप में दूर नहीं किया जा पा रहा है, जिससे दिक्कतें बनी हुई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र में चारबाग में कुल 128 बसें, जिसमें 41 नहीं चल रहीं। अवध में 107 बसें, 33 असंचालित, कैसरबाग डिपो में 139 बसों में से 35 डिपो में खड़ी रहती हैं। कैसरबाग अनुबंधित डिपो में 131 बसें हैं, 12 नहीं चल रहीं। आलमबाग में 82 बसें हैं, सात खड़ी रहती हैं। ऐसे ही रायबरेली में 159 बसों में 24 नहीं चल रहीं, बाराबंकी में 104 बसों में चार, उपनगरीय डिपो में 12 बसों में दो, हैदरगढ़ में 110 बसों में 23 बसें नहीं चल रही हैं।