96 घंटे में 65 लाख श्रद्धालु पहुंचे राम नगरी,भीड़ नियंत्रण के लिए लागू की गई नई व्यवस्था –

अयोध्या:– दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ मौनी अमावस्या पर संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब राम नगरी ओर बढ़ चला है।आंखों में श्रद्धा और सिर पर गठरी लिए श्रद्धालुओं का सैलाब राम नगरी में उमड़ पड़ा है।रातोंरात राम नगरी की सड़कें श्रद्धालुओं से खचाखच भर गईं।सुबह होते ही जय श्रीराम का जयकारा गूंजने लगा।सुबह चार बजे से ही श्रध्दालुओं ने सरयू में आस्था की डुबकी लगाना शुरू कर दिया।इसके बाद श्रद्धालुओं ने हनुमानगढ़ी और राम मंदिर की तरफ रुख किया।बता दें कि 96 घंटे में 65 लाख श्रद्धालु राम नगरी पहुंच चुके हैं।कल गुरुवार को लगभग 15 लाख श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन-पूजन किया।
रामलला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु गुरुवार देर रात तक लाइन में लगे नजर आए।एडीजी जोन,मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम चंद्र विजय सिंह ने बिड़ला धर्मशाला से लता चौक तक पैदल चलकर श्रद्धालुओं से बातचीत की और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
भीड़ नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। गुरुवार को उदया चौराहे से ही श्रद्धालुओं को पैदल भेजा गया। श्रद्धालु रामपथ पर टेढ़ीबाजार तक लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे,लेकिन यहां से रामपथ पर आगे नहीं बढ़ सके। टेढ़ीबाजार चौराहे से रामजन्मभूमि थाने की ओर श्रद्धालुओं को मोड़ दिया गया।
श्रद्धालु रामजन्मभूमि के पीछे से होते हुए नया घाट, सरयू तट, राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पहुंचे। दर्शन-पूजन के बाद श्रद्धालुओं की निकासी फिर रामपथ से होती रही। इस तरह श्रद्धालुओं को आठ से दस किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है,लेकिन रामलला के दर्शन की उत्कंठा में श्रद्धालु सभी दुश्वारियों को दरकिनार करते हुए आगे बढ़ते रहे। श्रध्दालुओं की भीड़ नियंत्रण के लिए रामपथ की गलियों को भी बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया है।जिस रास्ते से श्रद्धालु गुजर रहे हैं उधर से रामपथ पर प्रवेश के सभी मार्गों पर बैरियर लगाए गए हैं।
महाकुंभ से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रेन से भी राम नगरी पहुंच रहे हैं।राम नगरी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने गुरुवार शाम को रेलवे स्टेशन कैंट के आसपास और गुरु गोविंद सिंह चौराहे पर लाउड स्पीकर से अपील की कि वे रेलवे स्टेशन कैंट के निकट बने आश्रय स्थल में ही ठहरें। यह अनुरोध श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया। ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ की मानीटरिंग भी की जा रही है।
हनुमानगढ़ी में दर्शन की व्यवस्था बदलनी पड़ी। सुबह लगभग 11 बजे हनुमानगढ़ी में भीड़ अचानक बढ़ गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दशरथ महल की ओर से हनुमानगढ़ी प्रवेश द्वार की ओर आने लगे तो भीड़ का दबाव एकाएक बढ़ गया। हालात अनियंत्रित होते दिखे तो दशरथ महल से हनुमानगढ़ी की ओर आने वाले रास्ते को बंद करना पड़ा। हनुमानगढ़ी में मुख्य प्रवेश द्वार से श्रद्धालु प्रवेश करते रहे जबकि वीआईपी मार्ग से श्रद्धालुओं की निकासी रामपथ की ओर होती रही।
राम नगरी में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।गोंडा,अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर और लखनऊ रोड पर होल्डिंग एरिया बना दिया गया है, ताकि श्रध्दालुओं भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को वहां रोका जा सके।वहीं केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी से संख्या में श्रद्धालु राम नगरी पहुंच रहे हैं।