95 फीसद युवाओं को अकेले रहना पसंद आर्थिक तंगी, डर व मानसिक संवाद की कमी मुख्य कारण
मानसिक स्वास्थ्य सर्वे में सामने आई हकीकत वनांगना के संवाद में विशेषज्ञों के सामने पेश किए आंकड़े

बांदा महिला संस्था वनांगना के तत्वावधान में चल रहे तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान कार्यक्रम के तहत जिला संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। नरैनी और महुआ ब्लॉक के 15 गावं में 152 युवाओं व 26 स्टेक होल्डर्स के मानसिक स्वास्थ्य पर हुए सर्वे की रिपोर्ट पेश की गई। सर्वे में लोगों ने मानसिक तनाव के विभिन्न कारण बताए। मानसिक तनाव होने पर 95 फीसद लोग अकेले रहना पसंद करते हैं। कम्युनिटी लीडर्स ने सर्वे रिपोर्ट में समाधान के सुझाव दिए। डिप्टी सीएमओ ने सुझावों का पूरा करने का आश्वासन दिया।
नरैनी रोड (नवाब टैंक) स्थित एक होटल में आयोजित संवाद कार्यक्रम में सहयोग लखनऊ से प्रतिनिधित्व कर रहे देवेंद्र ने रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि 15 से 18 वर्ष के 74 प्रतिशत और 18 प्लस के 26 प्रतिशत लोगों पर सर्वे किया गया। इसमें 60 प्रतिशत लड़कियां व 40 फीसद लड़के शामिल रहे। रिर्पोट में मानसिक अवसाद का कारण आर्थिक तंगी, पढ़ाई छूटना, फेल होने का डर व मानसिक संवाद की कमी बताया गया। रिपोर्ट में सामने आया कि मानसिक तनाव होने पर 95 फीसद लोग अकेले रहना पसंद करते हैं। मानसिक खुशहाली के लिए 35 फीसद ने अच्छा खाना-पीना, 25 फीसद ने परिवार में समंजस्य, 20 फीसद ने तनाव मुक्त जीवन और 5 प्रतिशत ने खेलकूल व व्यायाम को जरूरी बताया। सर्वे करने वाले कम्युनिटी लीडर्स व वानंगाना ने मांग रखी कि गांव स्तर पर स्कूलों में साथिया कार्नर हो, खेलकूद की गतिविधियां हो, सुरक्षित व गोपनीय स्थल होने के साथ सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य कैंप आयोजित किए जाएं।
डिप्टी सीएमओ डॉ. मुकेश ने रिपोर्ट में की गई मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। कहा कि मानसिक रोगियों कि पहचान होते ही सेवाप्रदाता उन्हें काउंसलर के पास लेकर जाएं।
साइक्लॉजिस्ट रिज़वाना हाश्मी ने वर्ष 2015 से जिला अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सप्ताह में तीन दिन काउंसलिंग होती है। जिला स्तर पर 6 माह में एक बार कैंप आयोजित होता है। जिसमें आशाबहू व एएनम को बुलाया जाता है। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के टेली मानस नंबर 14416 के बारे में बताया।
डॉ. अर्चना ने कहा कि यूंवा नकारात्मक सोच न रखने व योग की सलाह दी। मोबाइल फोन का कम से कम इस्तेमाल करने के लिए कहा। जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने कार्यक्रम कि सराहना करते हुए कहा कि हमारे आसपास वनांगना जैसी संस्था हैं जिसके माध्यम से हम अपने मन की बात कर सकते हैं।
वन स्टाप सेंटर की रमा ने हेल्पलाइन नंबर 8960015580 के बारे में बताते हुए कहा कि सेंटर में हिंसा से पीड़ित महिलाओं को 10 दिन का आश्रय दिया जाता है।
संस्था डायरेक्टर पुष्पा शर्मा ने अतिथियों का परिचय कराया।
नेतृत्व समूह अवधेश गुप्ता ने स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन शोभा देवी ने किया।
वरिष्ठ संदर्भ समहू शबीना मुमताज़ ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि संस्था ने लाहुरेट, जमवारा, पुकारी, चंद्रनगर, शंकर बाजार, सकरिया, पड़मई, कल्हरा, पनगरा, भवई, सराय जदीद, हुसैनपुर, नसेनी में युवाओं का सर्वें किया गया। सर्वे का मकसद था कि हम सब मिलकर एक साथ इस पर विचार कर रणनीतियाँ बनाये l
नेतृत्व समूह मंजू सोनी ने आभार किया। कार्यकर्ता फरहा, राधेश्याम, श्यामकाली, फरजाना, रानी, माया ने व्यवस्था संभाली। कार्यक्रम में 65 कम्युनिटी लीडर्स को शील्ड और आई कार्ड देकर सम्मानित किया गया।