25 फरवरी से 25 मार्च तक रहेगा हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना, महाशिवरात्रि और होली जैसे बड़े त्योहार रहेंगे –

वाराणसी :– हिंदू पंचांग का आखिरी महीना फाल्गुन रविवार से शुरू हो गया है। फाल्गुन महीने की शुरुआत रविवार, 25 फरवरी से हुई जो सोमवार, 25 मार्च तक रहेगा।
फाल्गुन महीने के दौरान महाशिवरात्रि से लेकर होली तक कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। इसके अलावा फाल्गुन माह के दौरान भगवान श्री कृष्ण की पूजा विशेष रूप से फलदायी माना जाती है। 3 स्वरूपों- बाल कृष्ण, युवा कृष्ण और गुरु कृष्ण की पूजा होगी।
फाल्गुन मास के बाद चैत्र महीना आता है, जिससे हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। पौराणिक मान्यताओं की मानें तो माघ महीने की ही तरह फाल्गुन मास का भी उतना ही विशेष धार्मिक महत्व है।
इस हिंदी महीने में भगवान विष्णु की आराधना करने से उनकी कृपा मिलती है। साथ ही कई तरह के सुगंधित फूलों से श्रीकृष्ण की आराधना करने का विधान बताया गया है। फाल्गुन में श्रीकृष्ण की पूजा करने से समृद्धि और सुख बढ़ता है।
इन दिनों शंख में सुगंधित जल और दूध भरकर भगवान का अभिषेक करने से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं। इस महीने भगवान श्री कृष्ण को माखन-मिश्री का नैवेद्य लगाने से आरोग्य और समृद्धि मिलती है।
*फाल्गुन महीने के दौरान आएंगे ये व्रत त्योहार*
28 फरवरी को बुधवार और चतुर्थी के शुभ संयोग गणेश पूजन और संकष्टी व्रत किया जाएगा। 3 मार्च को रविवार और सप्तमी के संयोग में सूर्य पूजा और भानू सप्तमी व्रत किया जाएगा। 6 मार्च को विजया एकादशी व्रत रहेगा।
8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनेगा। 10 मार्च को फाल्गुनी अमावस्या, 12 मार्च को फुलेरा दूज, 14 को मीन संक्रांति, 20 मार्च को आमलकी एकादशी रहेगी। इसे रंगभरी ग्यारस भी कहा जाता है।
24 और 25 मार्च को फाल्गुन महीने की पूर्णिमा रहेगी। दो दिन तक तिथि होने से इस बार कुछ जगहों पर होलिका दहन 24 को तो कहीं 25 को होगा।