18 साल के लड़के ने एक एप्पल आई फ़ोन खरीदने के लिए की थी बुजुर्ग की हत्या,हत्या करने के बाद सबूत मिटाने के लिए जलाया बिस्तर,लेकिन डीसीपी नगर के निर्देशन मे पुलिस ने किया हत्या का खुलासा –

✍️रवि शर्मा –
प्रयागराज :- एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक 18 साल के लड़के ने एक बुज़ुर्ग की हत्या महज़ इसलिए कर दी क्यूंकि उसको एक एप्पल का आई फ़ोन खरीदना था।हत्या के बाद सबूतों को मिटाने के लिए लड़के ने बुज़ुर्ग का बिस्तर भी जला दिया। 18 साल के इस हत्यारे ने पुलिस से बचने की कोशिश तो बहुत की लेकिन पुलिस के सामने उसकी सारी चालाकी बेकार साबित हुयी ।
आइये जानते हैँ क्या है पूरा मामला –
प्रयागराज के करेली थाना अंतर्गत भावापुर के रहने वाले चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव घर में अकेले रहा करते थे। उनके घर के ठीक बगल में पड़ोस के एक आदित्य मौर्या के लड़के से उनकी अच्छी बनती थी और कभी अगर बुजुर्ग व्यक्ति चंद्र प्रकाश को अगर किसी चीज की ज़रुरत होती थी तो वो आदित्य को ही पुकारते थे । एक दिन घर का AC काम नहीं कर रहा था तो बुज़ुर्ग चन्द्र प्रकाश ने आदित्य से AC सर्विस सेंटर को फोन करने को कहा।
तो आदित्य ने चन्द्र प्रकाश से कहा कि सर्विस सेंटर वाले ज्यादा पैसा लेते हैँ किसी दूसरे मिस्त्री को फ़ोन कर देता हुँ । इस बात पर चन्द्र प्रकाश ने 18 साल के आदित्य मौर्य को अपनी बैंक की पासबुक दिखा कर सबसे बड़ी गलती कर दी, उन्होंने कहा कि उनके पास पैसों की कमी नहीं है। जितना कहा गया है,उतना करो। उसके बाद से ही आदित्य का दिमाग बुजुर्ग के बैंक में जमा पैसों पर लग गया और वह इस पैसे को हथियाने की उधेड़ बुन मे लग गया।
एक दिन आदित्य ने चन्द्र प्रकाश का एटीएम चुरा लिया और उसका पिन नंबर भी उसने पता कर लिया। जब वो एटीएम से पैसा निकालता तो मैसेज चन्द्र प्रकाश के पास जाता। ऐसे में आदित्य ने उसका मोबाइल चुराने का प्लान बनाया और रात के अंधेरे में वो चन्द्र प्रकाश के घर मे घुस गया।
आदित्य ने मोबाइल तो चुरा लिया लेकिन उसका पैर घर मे रखी लकड़ी की मेज़ से टकरा गया,मेज़ के हिलने की आवाज़ से बुज़ुर्ग चन्द्र प्रकाश जाग गए। चन्द्र प्रकाश ने दरवाज़े तक पहुंचे आदित्य को दौड़ा कर पीछे से पकड़ भी लिया लेकिन आदित्य ने दरवाजे को इतनी जोर से धक्का मारा कि दरवाजे के पल्ले से चन्द्र प्रकाश के सिर पर गहरी चोट लगी और वो वहीँ गिर गए।
अगले दिन आदित्य ने देखा कि बुज़ुर्ग चन्द्र प्रकाश के घर मे कोई हलचल कोई आवाज नहीं आ रही है तो वह उनके घर में जायजा लेने के लिए घुसा । इस दौरान उसने देखा कि चन्द्र प्रकाश ज़मीन पर मृत पड़े थे। इसके बाद आदित्य के शातिर दिमाग ने दौड़ना शुरू किया और इस घटना को हादसे का रूप देने की जुगत मे लग गया ।
आदित्य ने पहले जमीन पर पड़े बुज़ुर्ग के शव को ज़मीन से उठा कर बिस्तर पर रखा और उसके बाद बिजली के तारों को बेड पर फैलाकर बेड में आग लगा दी। आग से पूरा बेड जल गया और बुज़ुर्ग चन्द्र प्रकाश का शव भी थोड़ा सा जल गया । फिर घटना की सूचना पुलिस को दी गयी l सूचना पर पुलिस पहुंची को भी जांच पड़ताल में यह मामला चोरी का ही लगा।
फिर घटना स्थल का IPS पुष्कर वर्मा ने मौका मुआयना किया तो उनको थोड़ा शक हुआ इसलिए उन्होंने चन्द्र प्रकाश के बैंक अकाउंट और मोबाइल की डिटेल निकलवाई। बैंक डिटेल चौकाने वाली थी l पता चला कि चन्द्र प्रकाश की मौत के बाद भी उनके ATM से आई फोन और महंगे ईयर बड खरीदे गए हैं। लेकिन बुजुर्ग चंद्र प्रकाश तो यहाँ अकेले रहा करते थे तो फिर उनके ATM पैसे निकाले तो निकाले किसने l इसी कड़ी मे पुलिस की जांच आगे बढ़ी और पुलिस ने उस दुकानदार का पता कर लिया,जिससे आदित्य ने आईफोन खरीदा था।
पुलिस ने दुकान मे लगा CCTV खंगाला तो सब साफ हो गया क्योंकि आदित्य पैसों से कमजोर था और आईफोन नहीं खरीद सकता था। पुलिस ने आदित्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की बात उसने कबूल कर ली। उसने बताया कि चन्द्र प्रकाश ने अपने पैसों के बारे में उसे बताया था और चन्द्र प्रकाश के ATM से वो लगातार पैसा निकाल रहा था। उसने बताया कि ये हत्या उससे अनजाने में हुई है। पुलिस उस तक न पहुंचे, इसलिए उसने बेड पर आग लगा दी थी, ताकि पुलिस को लगे कि ये मौत करंट लगने से हुई है।
पुलिस का सामने आया बयान –
ACP अतरसुईया पुष्कर वर्मा ने बताया कि चन्द्र प्रकाश और आदित्य में काफी अच्छे संबंध थे, जिसकी वजह से आदित्य ने धोखे से बुज़ुर्ग का ATM और उसका PIN नम्बर हासिल कर लिया था। मोबाइल पर मैसेज से पैसे निकालने की बात पता ना चल पाए ,इसलिए उसने मोबाइल चुराकर उसका सिम यूज़ किया था, जबकि मोबाइल फेक दिया था । इन्हीं सबूतों के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और18 साल के इस हत्यारे को बुजुर्ग की हत्या करने के जुर्म मे गिरफ्तार कर लिया। ACP ने बताया की आरोपी आदित्य शुरू मे तो बहुत ही ओवर कॉंफिडेंट था l लेकिन सारे सबूत जब उसके सामने रखे गए तब जाकर उसने किया हुआ जुर्म कबूला.