लखनऊ

एमएसएमई – सीएमए के लिए रास्ते और एमएसएमई के तहत वित्त पोपण के लिए सरकारी पहल –

 

 

लखनऊ:-    लखनऊ के गोमतीनगर के सीएमए भवन के ऑडिटोरियम में इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएमएआई) के लखनऊ चैप्टर ने एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया।

 

भारत सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए कई योजनाएं चलाती है, जिनका उद्देश्य इन उद्यमों को बढ़ावा देना,सहायता करना और उनका विकास करना है। इन योजनाओ के सम्बन्ध में हितधारकों को जागरूक बनाने तथा उनकी मौजूदा शान को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा भारत की प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थाओं को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने हेतु निर्देशित किया गया है, जिसके तहत “The Institute of Cost Accountants of India” के लखनऊ चैप्टर द्वारा “AVENUES FOR CMA’S & GOVT, INITIATIVES FOR FUNDING UNDER MSME” विषय पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता के रूप मे शम्मी भसीन, (Ex AGM) पंजाब नेशनल बैंक को आमंत्रित किया गया जिनके व्यायख्यान से हम सब अनुग्रहित हुए।

कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष सीएम्ए – रंजीत सिंह द्वारा दीपदान प्रज्वलित कर के किया गया, जिसमे शम्मी भसीन, मुख्य वक्ता, सीएम्ए – जूही उपाध्याय, उपाध्यक्ष, सीएम्ए – अभिषेक मिश्रा सचिव, सीएम्ए – नरेंद्र कुमार कोषागार एवं अन्य सदस्यों ने भाग लिया।

लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष सीएम्ए – रंजीत सिंह ने बताया कि भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम 62 प्रतिशत रोजगार का योगदान देते हैं, जो भारत में 20 करोड़ से अधिक लोगों को मिलता है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत से अधिक का योगदान देने वाले एमएसएमई अर्थव्यवस्था में विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एमएसएमई भारत के निर्यात में 45 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहे हैं और हमारे देश में विदेशी मुद्रा लाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। विनिर्माण एमएसएमई की सबसे अधिक सांद्रता वाले शीर्ष पांच राज्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात हैं।

 शम्मी भशीन मुख्य वक्ता ने एमएसएमई से सम्बन्धित वैकिंग योजनाओं के बारे विस्तृत रूप से जानकारी दी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page