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हाथरस भगदड़ कांड;भोले बाबा की चरणो की धूल नही बल्कि रंगोली के बुरादे लेने के चक्कर में मची भगदड़ और हो गई इतनी मौतें

लखनऊ:– यूपी के हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ की चीख-पुकार अब भी सुनाई दे रही है. सत्संग स्थल से लेकर अस्पतालों तक मातम ही मातम पसरा है. अपनों के शवों के आगे रोते-बिलखते लोगों के आंसू झकझोर दे रहे हैं. हाथरस भगदड़ कांड में अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में 116 महिलाएं और 7 पुरुष शामिल हैं. हाथरस कांड में मौतों की असल वजह सामने आई है. अब तक खबर थी कि भोले बाबा यानी सूरजपाल के चरण की धूल लेने के चक्कर में सबकी जान चली गई. मगर अब इन मौतों का रंगोली कनेक्शन सामने आया है. जी हां, हाथरस में लाशों के ढेर बिछने की वजह वह रंगोली है, जिसे भोले बाबा के लिए बनाया गया था.। हाथरस भगदड़ कांड को लेकर स्थानीय पुलिस की खुफिया यूनिट को अहम जानकारी मिली है. उसके मुताबिक आरोपी भोले बाबा की रंगोली के बुरादे को लेने के चक्कर में ही इतनी मौतें हो गईं. भगदड़ मचने की वजह से हुई करीब सवा सौ मौतों के पीछे सत्संग स्थल पर बनाई गई वह ‘रंगोली’ है, जिस पर चलकर आरोपी भोला बाबा उर्फ सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि को निकलना था. सत्संग वाले पंडाल से निकलने के बाद बाबा के भक्तों का हुजूम उस रंगोली की ओर उमड़ पड़ा. सत्संग में आए भक्त उस रंगोली को बाबा का आशीर्वाद मानकर दंडवत प्रणाम करने लगे और फिर रंगोली के बुरादे को अपने साथ ले जाने लगे.

कैसे रंगोली ने ली जान –

इसी दौरान एक साथ हजारों की संख्या में फॉलोअर्स उस रंगोली के बुरादे को लेने के लिए दंडवत हुए. एक के बाद एक सब एक-दूसरे पर टूट पड़े. लोग ऐसे गिरे कि फिर संभलने का मौका नहीं मिला. देखते ही देखते सब लद गए. बचने को सभी इधर-उधर भागने लगे. हर कोई एक-दूसरे पर गिरता गया और देखते ही देखते लाशें बिछ गईं. ये सभी इस रंगोली के बुरादे को प्रसाद समझ अपने घर ले जाना चाहते थे. बताया गया कि सवा दो टन बुरादे से रंगोली तैयार हुई थी. इस रंगोली और उसके प्रयोजन की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी आयोजकों ने नहीं दी थी.

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भोले बाबा और रंगोली का कनेक्शन –

पुलिस ने जो जानकारी इकट्ठा की है, उसके मुताबिक, हर सत्संग कार्यक्रम में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के रास्ते में तकरीबन 200 मीटर की रंगोली बनाई जाती है. यह रंगोली सत्संग के बाद नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के जाने का रास्ता होता है. नारायण साकार के भक्तों में मान्यता है कि जब वह इस रंगोली से चलकर निकल जाते हैं तो यह रंगोली बेहद पुण्य हो जाती है. इस रंगोली के बुरादे को लोग दंडवत कर प्रणाम करते हैं और उसका थोड़ा हिस्सा अपने घर ले जाते हैं. बाबा के प्रति लोगों की मान्यता है कि इस बुरादे से घर में बीमारियां भी दूर होती हैं और भूत प्रेत का डर नहीं सताता है.

हाथरस कांड की होगी जांच –

दरअसल,मंगलवार को हाथरस में भगदड़ के दौरान 123 लोगों की मौत हो गई थी. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी पटेल के निर्देश पर योगी सरकार ने हाथरस भगदड़ की जांच के लिए बुधवार को तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित की. तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे. अभी तक भोले बाबा पुलिस की गिफ्तर से बाहर है. उसने अपने वकील के जरिए खुद को बेकसूर बताया है. फिलहाल, पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.।

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