स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के चलते बढ़ रहे डेंगू के मरीज

बांदा। जिले मे डेंगू की रफ्तार मे कमी आने की बजाए बढ़ रही है। जिला चिकित्सालय मे जांच के बाद 12 नए डेंगू के मरीज मिले हैं। बीती जनवरी स ेअब तक 156 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग निरोधात्मक कार्रवाई के नाम पर केवल हाउस इंडेक्स सर्वे, जल भराव वाले स्थानों मे लार्वा निरोधक दवा का छिड़काव तथा नगर पालिका के सहयोग से फागिंग कार्य किया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी एस एन श्रीवास्तव कहते हैं कि डेंगू के संक्रमण से बचाने के लिए लोगों को पंपलेट्स के जरिए स्वास्थ्य शिक्षा दी जाती है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की यह कवायद बेकार साबित हो रही है। जिला मुख्यालय मे हाउस इंडेक्स सर्वे, लार्वा निरोधक दवा का छिड़काव आदि किया जा रहा है परंतु ग्रामीण इलाको मे इस तरह की कार्रवाई नही की जा रही। दूर दराज के गांवों मे अशिक्षा व जागरूकता की कमी के चलते लोग डेंगू जैसे संक्रमण से बेपरवाह हैं। जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से ही आ रहे हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग इस पर काबू पाने के लिए शहर मे ही अपना ध्यान केन्द्रित कर रहा है। यदि स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली इसी प्रकार चलती रही तो आने वाले समय मे डेंगू के मरीजों मे इजाफा ही देखने को मिलेगा। जिला मुख्यालय के आस-पास के गांवों को छोड़कर दूरस्थ गांवों मे स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई नाकाम साबित हो रही है।