संभल हिंसा मे इंटरनेट,स्कूल बंद, 21 उपद्रवी गिरफ्तार,30 थानों की पुलिस तैनात –

संभल:- संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर जमकर हिंसा हुई,जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई।हालात तनाव पूर्ण बने हुए हैं।पुलिस के मुताबिक फिलहाल मौके पर शांति बनी हुई है,हालांकि किसी अन्य अनहोनी को रोकने के लिए जामा मस्जिद के आसपास के इलाके को सील करते हुए 30 थानों की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।हिंसा में शामिल 1500 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज करते हुए 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले प्रशासन ने जिले में इंटरनेट और स्कूल बंद करा दिया है।पुलिस ने हिंसा मामले में संभल के सपा सांसद जियाउर रहमान वर्क और सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर भी एफआईआर दर्ज किया है।संभल एसपी कृष्ण विश्नोई के मुताबिक हिंसा मामले को लेकर सदर कोतवाली और नखासा थाने में भी मारपीट और पथराव के मामले में 21 उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जामा मस्जिद के सदर जफर अली (मस्जिद के इमाम)ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एसडीएम पर उपद्रव करने का आरोप लगाया है।सदर ने आरोप लगाया कि एसडीएम वंदना मिश्रा और सीओ अनुज कुमार की वजह से मस्जिद के बाहर उपद्रव हुआ।सदर ने इन दोनों अधिकारियों को शहर की मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार बताया।कहा कि सर्वे के दौरान एसडीएम मस्जिद में वुजू का पानी निकालने पर अड़े थे।इसकी सूचना बाहर आई तो लोग आक्रोशित हो गए।इसके बाद पुलिस ने सदर और एडवोकेट जफर अली को भी हिरासत में ले लिया है।
बता दें कि रविवार की सुबह संभल के जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए एडवोकेट कमिश्नर की टीम पहुंची थी. भारी सुरक्षा के बीच पहुंची इस टीम ने सर्वे तो कर लिया, लेकिन इसी बीच मस्जिद के बाहर अचानक भारी भीड़ उमड़ पड़ी और हंगामा शुरू हो गया।देखते ही देखते भीड़ ने मौके पर तैनात पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी।हालात नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने भी लाठीचार्ज और पैलेट गन का इस्तेमाल किया।चार लोगों की मौत हो गई। वहीं सीओ और एसपी के पीआरओ को गोली लगी है।पथराव में दर्जनों पुलिसकर्मी और अन्य लोग लोग घायल हो गए।पुलिस और प्रशासन का दावा है कि इस घटना की साजिश पहले से ही रची गई थी।अराजक तत्वों की तैयारी थी कि किसी भी हाल में सर्वे टीम को मस्जिद के अंदर घुसने नहीं देना है।उन्हें उम्मीद थी कि सर्वे टीम 10 बजे के बाद आएगी।
चूंकि सर्वे के लिए यह टीम सुबह सात बजे ही पहुंच गई थी और 10 बजे तक सर्वे कर वहां से निकल भी गई थी।ऐसे में दंगाइयों ने बाद में यहां पथराव और फायरिंग की है। पुलिस के मुताबिक दंगाई अलग अलग ग्रुपों में तीन रास्ते से आए।ये लोग अपने बचाव के लिए बच्चों और महिलाओं को आगे करके पहुंचे थे और उनके पीछे से पत्थर फेंक रहे थे। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक छतों से भी पथराव और फायरिंग किया गया है।