
✍️ नवीन तिवारी
वाराणसी:- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा संकल्पित नवाचारों के अंतर्गत धाम में आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व को न्यास के विद्वान अर्चकों के परामर्श के अनुरूप छः दिवसीय पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इस आयोजन पर श्री विश्वेश्वर की रात्रि शयन आरती के पूर्व श्री लड्डू गोपाल की द्वितीय दिवस की आराधना विष्णु सहस्रनाम के साथ संपन्न हुई।
श्री कृष्ण सनातन परंपरा में भगवान श्री हरि विष्णु के षोडश कलाओं से युक्त अवतार हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सर्वत्र श्री लड्डू गोपाल के रूप में भगवान श्री हरि के कृष्ण जन्मोत्सव के अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं।
पूजित विग्रह में देवता के वास होने के फलस्वरूप वार्षिक अनुष्ठानों में पूजित विशिष्ट देव प्रतिमा की ससम्मान विदाई की जाती है। इसी सनातन परंपरा के अनुपालन में षष्ठी (छट्ठी) तिथि के उपरांत लड्डू गोपाल से प्रार्थना पूर्वक पुनः विष्णुस्वरूप धारण करने के अनुष्ठान का आयोजन संपन्न किया जायेगा। लड्डू गोपाल की पूजित प्रतिमा से पुनः विष्णुस्वरूप होने की प्रार्थना के साथ अगले वर्ष के लिए आमंत्रण का अनुष्ठान श्री काशी विश्वनाथ धाम में दिनांक 31 अगस्त को आयोजित किया जाएगा।