श्रद्धालुओं की शिव मंदिरों मे उमड़ी भीड़

बांदा। ऐतिहासिक पौराणिक एवं धार्मिक कालिंजर दुर्ग में शिवरात्रि के अवसर पर हजारों शिव भक्तों ने भगवान नीलकंठ और माता पार्वती के दर्शन कर पूजा अर्चना की। सुबह चार बजे से ही भगवान भोले के भक्तों का आना शुरू हो गया। भक्तों ने दुर्ग के ऊपर बने तालाबों में स्नान कर भगवान नीलकंठ व माता पार्वती के दर्शन कर पूजा अर्चना की। शाम लगभग सात बजे से भगवान नीलकंठ व माता पार्वती का श्रृंगार करने का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। इस मौके पर पूरे मंदिर को फूल मालाओं से सजाया गया है और यह कार्यक्रम रात दस बजे तक चलेगा। इस आशय की जानकारी नीलकंठ मंदिर के मुख्य पुजारी राजकुमार सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने दी। मंदिर के पुरोहित शंकर प्रताप मिश्र ने बताया कि भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह का कार्यक्रम पूरे विधि विधान से होगा। रात में भांवर व पांव पूजने का कार्यक्रम होगा। शनिवार को शिव भक्त भगवान नीलकंठ महादेव व माता पार्वती के दर्शन करने हजारों तादाद में आएंगे एवं दुर्ग के ऊपर व बलखण्डेश्वर में भंडारा का आयोजन किया जाएगा। शहर के प्राचीन बामदेवेश्वर मंदिर मे भी सवेरे 4 बजे से भक्तों की भारी भीड़ शुरू हो गयी और यह क्रम देर रात तक जारी रहा। हजारों की संख्या मे पुरूष व महिला श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल, जल, धतूरा व दुग्ध से स्नान कराकर पूजा की। इसी क्रम मे शहर के नवाबटैंक स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पंचमुखी शिवलिंग मे सवेरे से ही भक्तों की भीड़ लगी रही। पूरा दिन भंडारे मे भक्तों ने प्रसाद चखा। जन सूचना एक्टिविक्ट कुलदीप शुक्ला ने बताया कि प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि के अवसर पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से भव्य कार्यक्रम एवं भंडारे का आयोजन किया जाता है।