
✍️रवि शर्मा
लखनऊ:- लखनऊ स्वच्छ लखनऊ सुंदर लखनऊ की हकीकत और सच्चाई की तस्वीरे पेश करता वार्ड नंबर 95 मौलवीगंज गौस नगर का नाला
जहां दीवारों पर लिखा है स्वच्छ लखनऊ, सुंदर लखनऊ, लेकिन सच्चाई की हकीकत तस्वीरों में देखी जा सकती है
मात्र 1 घंटे की बारिश में स्थानीय लोगों के घरों तक पहुंचा नाले का पानी
24 घंटे से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी नाले के पानी की निकासी ना हो सकी
स्थानीय लोगों का आवागमन पूरी तरह से बाधित है
नगर निगम अधिकारियों से लेकर लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल ने भी स्थानीय लोगों की समस्या पर सुध नहीं लीं
कहने को तो इस क्षेत्र में नाले पर बहुत कम हुआ है लेकिन नाले पर सिलेप डालने एवं करोड़ों खर्च करने से स्थानीय लोगों को क्या फायदा जब 25सो साल से नाले पर जल भराव की समस्या से स्थानीय लोगों का निवारण नहीं हुआ
करोड़ों खर्च होने के बाद भी स्थानीय नागरिक आज भी इस समस्या से जूझ रहा है
आखिर कब तक नगर निगम के अधिकारी अपनी ऐसी कार्यशैली से मुख्यमंत्री बाबा योगी आदित्यनाथ की आंखों में धूल झोंकते रहेंगे।