लखनऊ

राष्ट्र का पुनर्निर्माण व्यक्ति के निर्माण से ही संभव है :क्षमा शर्मा –

 

लखनऊ:- आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लखनऊ महानगर द्वारा 12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के एपी.सेन सभागार में विकसित भारत और युवा विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसमें मुख्य वक्ता में प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में आई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री क्षमा शर्मा,कार्यक्रम में सहभाग कर रही अवध प्रांत की अध्यक्ष प्रो० नीतू सिंह,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अभाविप लखनऊ महानगर की अध्यक्ष डॉ० भुवनेश्वरी भारद्वाज,एवं महानगर सह मंत्री जतिन शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर एक साथ युवाओं के प्रेरणास्रोत पूज्य स्वामी विवेकानंद एवं ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता क्षमा शर्मा ने कहा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है,जिसका प्रत्येक कार्यकर्ता,प्रत्येक युवा हवा के न चलकर अपितु अपनी दिशा खुद निर्धारित करता है वह मौसम और परिस्थित देख कर विचलित नहीं होता।

 

मुख्य वक्ता ने कहा कि आज के समय हमारे सामने जो चुनौती है वह चुनौती है समाज की विक्षिप्त विचारधारा जो लोगों को दीमक के तरह धीरे धीरे खा रही है,जो समाज की एकता और अखंडता को खंडित करने का काम कर रही है,ये विचारधारा हमारे समाज हमारे परिवार के बीच में जहर घोलने का काम कर रही है जो कहीं न कहीं राष्ट्र के विरोध में होती है राष्ट्र को बांटने का काम करती है।विपक्षी विचारधारा के लोग राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को चलाने वाले लोग,विदेशों से फंडिंग लेने वाले लोग न केवल देश को खंडित करने का काम करते हैं बल्कि देश को तोड़ने का भरसक प्रयास अपने मन में रखते है वो हमारा सबसे बड़ा दुर्भाग्य है।
हम उस देश के नागरिक है जो वसुदेव कुटुंबकम की बाद करते हैं अपितु हमारे लिए सम्पूर्ण विश्व हमारा परिवार है,राष्ट्र का पुनर्निर्माण व्यक्ति निर्माण से ही संभव है।
युवाओं पर आगे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मंत्री ने कहा सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं मेरी कोशिश है की सूरत बदलनी चाहिए,मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।

आज किसी भी क्षेत्र में सबसे अधिक योगदान अगर किसी का है तो है हमारे देश के युवाओं का,
हम अगर कश्मीर की बात करते हैं तो वह कश्मीर जो अपनी बीवी का के दौर से गुजर रहा था जहां के लोग भारत के तिरंगे को अपना तिरंगा नहीं मानते थे उस समय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ही युवा नौजवानों ने अगर कश्मीर के लाल चौक पर भारत का तिरंगा लहराने का काम किया तो सिर्फ और सिर्फ हमारे युवाओं ने किया।
अभाविप अवध प्रांत की अध्यक्ष प्रो० नीतू सिंह ने कहा कि विकसित भारत और युवा पर अपने उद्बोधन में कहा कि
19वीं सदी के भारतीय दार्शनिक, आध्यात्मिक नेता, महान विचारक, वक्ता, कवि और युवाओं के महान संरक्षक स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को भारत और दुनिया के उत्थान के पीछे प्रेरक शक्ति के रूप में जाना है। उनका मानना था कि युवाओं के भीतर छिपी शक्ति का यदि उपयोग किया जाए और उसे महान आदर्शों की ओर निर्देशित किया जाए, तो समाज में गहरा परिवर्तन आ सकता है। स्वामी जी ने युवाओं में चरित्र निर्माण, नैतिक अखंडता और आत्मविश्वास की मजबूत भावना के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने उन्हें आधुनिक शिक्षा और आध्यात्मिक ज्ञान का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया, एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की वकालत की, जो न केवल ज्ञान प्रदान करे बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी के साथ कर्तव्य और आत्मनिर्भरता की भावना को भी बढ़ावा दे।
भारत अवसरों का उपयोग कर चामत्कारिक आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है। विकसित भारत 2047 का दूरदर्शी और महत्त्वाकांक्षी प्रयास तमाम क्षेत्रों, समाजार्थिक विकास, राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय दृष्टिकोणों के समन्वय पर केंद्रित है। विकसित भारत के लक्ष्य में सर्वाधिक प्रभावी भूमिका मानव संसाधन, विशेषकर युवाओं को होगी। समग्र शिक्षा अभियान, उच्च शिक्षा संस्थानों का विस्तार, कौशल विकास जैसे कार्यक्रम तथा नीतियों के कारण समाजार्थिक बुनियादी ढांचा व्यापक हुआ है।
मंचस्थ अतिथियों का स्वागत अभाविप लखनऊ महानगर अध्यक्ष डॉ०भुवनेश्वरी भारद्वाज एवं आभार ज्ञापन महानगर सह मंत्री जतिन शुक्ला ने किया।
संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन महानगर छात्रा कार्य संयोजक आराध्या सिंह ने किया।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लखनऊ महानगर के तमाम कार्यकर्ता तथा छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रही।

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