राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ काशी विद्यापीठ कार्यकारिणी ने काशी विद्यापीठ के खंड शिक्षा अधिकारी से की भेंटवार्ता और सौंपा ज्ञापन –

वाराणसी:- राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ काशी विद्यापीठ के प्रतिनिधिमंडल ने ब्लाक संयोजक डॉ संजय गुप्ता के नेतृत्व में खंड शिक्षा अधिकारी को शिक्षक समस्याओं से अवगत कराते हुए विभिन्न मुद्दों पर बात चीत की-*
*अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के बाद विभिन्न जिलों से विशेषकर वाराणसी काशी विद्यापीठ ब्लॉक में पदस्थापित हुए शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के लंबित वेतन, एरियर, वेतन वृद्धि भुगतान हेतु पूर्व में हुई वार्ता का संज्ञान देते हुए पुनः निवेदन किया गया कि इन शिक्षक/ शिक्षिकाओं के समस्याओं निस्तारण किया जाए, जिससे इनके समक्ष उत्पन्न वित्तीय संकट एवम् मानसिक तनाव दूर हो सके।*
*महिला विंग की ज़िलाध्यक्ष रमा रुखैयार द्वारा नव-प्रवेशी बच्चों के आधार बनवाने की प्रक्रिया सरल की जाने की माँग प्रस्तुत की गई , इस हेतु प्रत्येक संकुल में कैंप लगवाकर जन्म प्रमाण पत्र का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, निवास प्रमाण पत्र और आधार बनवाने की प्रक्रिया एक जगह से ही सम्पन्न किए जाने की व्यवस्था हेतु सुझाव दिया गया।*
*महिला विंग की कार्यकारी अध्यक्ष छवि अग्रवाल द्वारा चुनाव ड्यूटी में पति पत्नी दोनों में से एक को ड्यूटी मुक्त करने का मुद्दा रखा गया।इस क्रम में खंड शिक्षा अधिकारी श्री राम पूजन जी ने बहुत से शिक्षक / शिक्षिकाओं का पति- पत्नी से संबंधित चुनाव ड्यूटी के आवेदन को तत्काल अग्रसारित किया।*
*ब्लॉक सहसंयोजिका करुणा मौर्य द्वारा शिक्षण व्यवस्था से जुड़ी माँग रखी गई जिसमे कहा गया कि कक्षा 1 से कक्षा 3 तक के कक्षा अध्यापकों को फिर से वही कक्षा ना देकर, उनके बच्चों के साथ उनको अगले कक्षा में गतिमान किया जाए।*
*ब्लॉक संयोजक डॉ.संजय जी के द्वारा ब्लॉक के अध्यापकों का उपार्जित अवकाश के अनियमितीकरण को अपडेट करने की माँग रखी गई।*
*इस भेंट वार्ता में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ काशी विद्यापीठ की रमा रूखैयार (जिलाध्यक्ष महिला विंग), छवि अग्रवाल (कार्यकारी ज़िलाध्यक्ष महिला विंग) रितु ओबरॉय (ज़िला संयुक्त मंत्री),ब्लॉक संयोजक डॉ संजय गुप्ता, ब्लॉक सहसंयोजक करुणा मौर्य व विनोद पटेल, दीपक गुप्ता, रामप्रकाश सिंह, श्वेता श्रीवास्तव,नीलम , सुनैना मिश्रा, श्वेता, पूजा तिवारी,आरती, स्मृति, किरण सिंह, सरोज गौड़ ,प्रिया जायसवाल,प्रमिला व अन्य पदाधिकारीयों की उपस्थिति रही* ।