राजा भैया की निशर्त मित्रता भाजपा के लिए क्या महत्व रखती है – दिव्य अग्रवाल

राजा भैया की निशर्त मित्रता भाजपा के लिए क्या महत्व रखती है – दिव्य अग्रवाल
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुख्या और कुण्डा विधायक राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया आजकल समाचार संसाधनों के लिए मुख्य केंद्र हैं । जिसका कारण भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में राजनैतिक भेंट है । सब लोग इस मुलाक़ात के आकंड़े लगाने में लगे हुए हैं , कोई इस मुलाकात को क्षत्रियो को साधने के लिए बता रहा है, तो कोई कौशाम्बी सीट को साधने के लिए, तो कोई भाजपा की कूटनीति बता रहा है । जबकि वास्तविकता तो यह है की बंद कमरे में दो व्यक्तियों के मध्य क्या वार्ता हुई है यह उन दोनों व्यक्तियों के अतिरिक्त कोई नहीं जान सकता । हाँ राजा भैया का यह व्यक्तव्य की भाजपा ने आज मित्रता का हाथ बढ़ाया है जबकि हम तो निशर्त भाजपा का सहयोग करते आये हैं यह मुख्य बात है । पूर्व से लेकर वर्तमान तक देखा जाए तो बिना किसी चुनावी समय के भी राजा भैया राष्ट्र हित में लिए गए निर्णयों हेतु मोदी जी की प्रशंसा सार्वजनिक पटल पर करते रहते हैं । इतना ही नहीं चाहे कल्याण सिंह का समय रहा हो या राजनाथ सिंह का , राजा भैया ने उत्तर प्रदेश की सरकार बनवाने में सदैव भाजपा की मदद की है । केंद्र में भी भाजपा के राज्य सभा प्रत्याशियों को जय दिलवाने में राजा भैया ने स्वयं तो सहायता की ही इसके अतिरिक्त अपने राजनीतिक अनुभव से अन्य सदस्यों का समर्थन भी भाजपा को अनेको बार दिलवाया । भाजपा का समर्थन करने हेतु ही बसपा के साशन काल में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की अदावत राजा भैया को , उनके पिताजी और उनके सहयोगियों को कारावास जाकर झेलनी पड़ी थी । यदि आज अमित शाह राजा भैया से मुलाकात करते हैं तो इसमें कोई आश्चर्यजनक विषय नहीं है अपितु विषय तो यह है की भाजपा , राजा भैया द्वारा किए गए समर्थन का कितना सम्मान करती है रही बात क्षत्रिय समाज को मनाने की तो इसमें कोई संदेह नहीं है की राजा भैया के व्यक्तित्व और सामाजिक जीवन का प्रभाव क्षत्रिय समाज के अतिरिक्त पूर्वांचल के अन्य समाज पर भी बहुत गहरा है ।(लेखक व विचारक)