राजा भैया की कल्पना 2047 तक आतंकवाद मुक्त हो राष्ट्र अपना

दिव्य अग्रवाल
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में विशेष सत्र चला जिसका उदेश्य सभी माननीय सदस्यों के सुझाव प्राप्त करना था की 2047 का भारत किस प्रकार दिखना चाहिए , विश्व में क्या स्थिति होनी चाहिए जिसके निमित जापान तक के उदहारण दिए गए । इसी विषय पर कुंडा विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुख्या रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने अपना मत रखते हुए कहा की यदि आस्तीन में सांप ने हों तो भारत जापान से बहुत आगे है भारत दो मोर्चो पर लड़ाई लड़ रहा है अंदर के दुश्मनो से भी और बाहरी दुश्मनो से भी उनका यह कहना की यदि 2047 में सुदृढ़ भारत की परिकल्पना करनी है तो सर्वप्रथम उस आतंकवाद को समाप्त करना होगा जो कलमे और लिंग परिक्षण करके हिन्दुओ की धर्म के नाम पर निर्मम हत्या करता है। भारत के प्रत्येक नागरिक को जागरूक होना होगा अधर्म और राष्ट्र रक्षा के लिए अहिंसा का रास्ता त्यागना होगा अन्यथा पुन्ह भविष्य में वही स्थिति होगी जब अविभाजित भारत के नागरिको की निरंकुशता के कारण मात्र एक लाख अंग्रेजो ने 60 करोड़ लोगो पर अमानवीय शासन किया था । राजा भैया ने यह भी सुझाव रखा जब मस्जिद , चर्च आदि स्थलों पर सरकार का नियंत्रण नहीं तो चार लाख से भी ज्यादा सनातनी धार्मिक स्थलों पर सरकार का नियंत्रण क्यों । यदि भारत में आज अमरनाथ यात्रा करनी हो तो 80 हजार सैनिको को सुरक्षा देनी पड़ती है यदि आतंकवाद की विचारधारा का समूल नाश नहीं किया गया तो 2047 का भारत कैसा होगा ।
अवलोकन किया जाय तो राजा भैया ने विधानसभा से जितनी भी बातें कही वह भविष्य के भारत और भारतीयों की वंश बेल की सुरक्षा निमित कही यदि आज इन विचारों पर सकारात्मक रूप से कार्य नहीं हुए तो निश्चित ही भारत की स्थिति चिंताजनक हो सकती है।