योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाए; स्वास्थ्य, मानसिक शांति एवं तनाव प्रबंधन में सकारात्मक प्रभाव –

लखनऊ :- डॉ. आरएमएलआईएमएस में उत्साह और एकता के साथ मनाया गया 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS), लखनऊ में अकादमिक ब्लॉक में 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। इस आयोजन में 800 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें एमबीबीएस छात्र-छात्राएँ, नर्सिंग छात्र-छात्राएँ, रेज़िडेंट डॉक्टर, फैकल्टी सदस्य, अधिकारीगण, नर्सिंग स्टाफ, परिचारकगण तथा फैकल्टी और कर्मचारियों के परिजन एवं बच्चे शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक से हुई, जिसे एमबीबीएस एवं नर्सिंग छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस नाटक के माध्यम से दैनिक जीवन में योग के लाभों का सशक्त संदेश दिया गया। यह प्रस्तुति सभी उपस्थित जनों द्वारा अत्यंत सराही गई।
संस्थान के निदेशक ने अपने संबोधन में योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर बल देते हुए इसके स्वास्थ्य, मानसिक शांति एवं तनाव प्रबंधन में सकारात्मक प्रभाव की चर्चा की। उन्होंने सभी से नियमित योग को अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम की एक प्रमुख आकर्षण रही – एक विशाल एलईडी स्क्रीन पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का प्रेरणादायक संबोधन, जिसमें उन्होंने तेल के सेवन को कम करने, नियमित योगाभ्यास को अपनाने तथा मोटापे के खिलाफ जनजागरण की अपील की। उन्होंने योग को एक वैश्विक स्वास्थ्य,समरसता और शांति के प्रतीक रूप में प्रचारित करने का आह्वान किया।
योग दिवस के पूर्व सप्ताहों में ही RMLIMS द्वारा कई जन-जागरूकता एवं स्वास्थ्य संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जिनमें सीएमई, योग कार्यशालाएँ एवं नुक्कड़ नाटक शामिल रहे, जो योग के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य की ओर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए।
डीन डॉ. प्रद्युम्न सिंह ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य में योग और माइंडफुलनेस के मानसिक एवं शारीरिक लाभों पर प्रकाश डाला। नुक्कड़ नाटक में भाग लेने वाले छात्रों को प्रशंसा-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
योग सत्र का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा योगगुरु ओम नारायण अवस्थी के मार्गदर्शन में योगासन एवं सूर्य नमस्कार के उत्साहपूर्वक अभ्यास के साथ हुआ। पूरे कार्यक्रम का संचालन और समन्वयन डॉ. शेली द्वारा अत्यंत व्यवस्थित एवं सफल रूप से किया गया।
डॉ. आरएमएलआईएमएस प्रतिबद्ध है कि योग एवं निवारक स्वास्थ्य पद्धतियों को चिकित्सा शिक्षा एवं जनकल्याण का अभिन्न अंग बनाया जाए।