मोदी का नया भारत किसी भी चुनौती का ढृढ़ता के साथ सामना करता है, मुंह तोड़ जवाब देता है तथा राष्ट्रहित में फैसला लेता है :-बांसुरी स्वराज

✍️नवीन तिवारी
वाराणसी :- “एक राष्ट्र एक चुनाव” के संबंध में गुरुवार को आर्य महिला महाविद्यालय के ज्ञानानंद सभागार में महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। महिला सम्मेलन की मुख्य वक्ता सांसद बांसुरी स्वराज रहीं।
सांसद दिल्ली बांसुरी स्वराज ने पहलगाम हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह नरेंद्र मोदी जी का नया भारत है जो ना झुकता है, ना रूकता है और ना थमता है। उन्होंने कहा कि यह मोदी का नया भारत है जो निर्भीक है निडर है। यह मोदी का नया भारत है कि किसी भी आतंकी के सामने घुटने नहीं टेकता। किसी भी चुनौती का ढृढ़ता के साथ सामना करता है मुंहतोड़ जवाब देता है राष्ट्रहित में फैसला लेता है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के पूर्व जो हम लोगों ने 2 मिनट का मौन रखा है, यह मौन मेरी बहनों ने मेरे साथ केवल श्रद्धांजलि के रूप में नहीं रखा है बल्कि यह मौन हमने प्रतिज्ञा के रूप में लिया है। प्रतिज्ञा यह है कि ना हम डरेंगे ना हम भूलेंगे और ना छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि आप सभी के बीच में आकर मैं अभीभूत हूं। काशी की बखान करते हुए उन्होंने कहा कि मोक्ष की महिमा वाली काशी जहां बाबा विश्वनाथ का वास है, मां गंगा की धारा धारा के श्रद्धा की सरिता, शंखनाद में सनातन विश्वास है। बनारसी साड़ी की गरिमा पायी पहचान है। हर घाट पर गौरव हर राह पर आत्म-सम्मान है। अब इस पुण्य नगरी को मिला है मोदी युग का नव विकास।
उन्होंने कहा कि मैं यहां ना तो सांसद धर्म निभाने आई हूं और ना राजनीति धर्म निभाने आई हूं, मैं तो बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर अपने बहनों से चर्चा करने आई हूं। उन्होंने अनुमति लेकर मंच से नीचे आकर महिलाओं के बीच “एक राष्ट्र एक चुनाव” की चर्चा की।
एक राष्ट्र एक चुनाव नीति है – विचार है – समाधान है। देश को बार-बार के चुनाव प्रक्रिया से छुटकारा देकर हम एक ही बार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ करवाएंगे। उन्होंने देशी लहज़े में उदाहरण देते हुए महिलाओं के बीच जाकर समझाया कि एक परिवार के भाइयों की एक साथ शादी करने का उदाहरण देते हुए एक ही मंडप में, एक ही साथ करेंगे तो इसे खर्च बचेगा, लोंगो के तान सुनने से बचेंगे।
“एक राष्ट्र – एक चुनाव” के लाभ को गिनाते हुए कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों पर होने वाला भारी खर्च (जीडीपी का लगभग 1.5%) कम होगा, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा। प्रशासनिक दक्षता: लगातार चुनावों के कारण प्रशासन और सुरक्षा बलों पर पड़ने वाला बोझ कम होगा, जिससे वे अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान दे सकेंगे। नीति स्थिरता, लंबे समय तक नीतिगत निर्णयों में निरंतरता बनी रहेगी, क्योंकि सरकारें बार-बार चुनावी मोड में नहीं होंगी। एक साथ चुनाव होने से मतदाताओं में भ्रम कम होगा और मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। बार-बार चुनावों से होने वाली राजनीतिक अस्थिरता और क्षेत्रीय मुद्दों पर अत्यधिक ध्यान कम होगा, जिससे राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता मिलेगी। नेताओं और सरकार का समय चुनाव प्रचार के बजाय विकास कार्यों पर अधिक केंद्रित होगा। ये लाभ देश की लोकतांत्रिक और प्रशासनिक व्यवस्था को अधिक प्रभावी और कुशल बनाने में योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प विकसित भारत है जिसके लिए नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार नई-नई जनकल्याणकारी योजनाएं लेकर आ रही है। उन्होंने चुनाव के दौरान लगने वाली आचार संहिता को लेकर बताते हुए कहा कि यह विकास में स्पीड ब्रेकर का काम करती है। बार-बार चुनाव होने से विकास के कार्यों में बाधाएं आती है।
उन्होंने महिलाओं को संकल्प दिलाया कि हम राष्ट्र के हित में हमेशा साथ खड़े होकर “एक राष्ट्र एक चुनाव” का समर्थन करेंगे। हम इस लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के लिए अपना योगदान केवल मतदान से नहीं बल्कि विचारों का आदान-प्रदान करके संवाद से इस लोकतंत्र को और ज्यादा गूढ़ और मजबूत करेंगे। तथा तीसरा संकल्प दिलाते हुए कहा कि हम एक राष्ट्र एक चुनाव की विचारधारा को खुद इसके ध्वजवाहक बनकर एक-एक घर एक-एक गली तथा एक-एक कूंचे तक पहुंचाएंगे।
सादगी भरे कार्यक्रम के प्रारंभ में 2 मिनट का मौन रखते हुए श्रद्धांजलि दी गई तत्पश्चात नेहा कक्कड़, लक्ष्मी सिंह व श्वेता शर्मा ने वंदे मातरम गीत प्रस्तुत किया। अतिथि का परिचय कार्यक्रम संयोजक डॉ रचना अग्रवाल ने दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमुख गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर कुसुम चंद्रा, संचालन आर्य महिला पीजी कॉलेज संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जया मिश्रा तथा धन्यवाद ज्ञापन भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष नम्रता चौरसिया ने दिया।
इस दौरान मुख्य रूप से भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पूर्व महापौर मृदुला जायसवाल, निर्मला सिंह पटेल, पूजा दीक्षित, जगदीश त्रिपाठी, चन्द्रशेखर उपाध्याय, वैभव कपूर, अपराजिता सोनकर, साधना वेदांती, डॉ गीता शास्त्री, कुसुम पटेल, विभव सिंह, विनीता सिंह, प्रज्ञा पांडेय, साधना सिंह, शालिनी यादव, महिला उद्यमी ऋचा शाह, चार्टर्ड अकाउंटेंट का जमुना शुक्ला, डॉ रुबी शाह, शशिबाला शाह, महानगर मीडिया प्रभारी किशोर सेठ, प्रीति पुरोहित, आरती पाठक, नेहा कक्कड़, रिचा सिंह, अनीशा शाही, मंजू सिंह, किरन मिश्रा, सोनिया जैन संध्या सिंह सहित सैकड़ों महिलाएं व छात्राएं मौजूद रहे।