मृतक पंकज की पत्नी ने जिलाधिकारी से मिलकर लगाई न्याय की गुहार,कहा उसके पति से संबंधित 7 कैमरों में छिपा है उसके पति की मृत्यु का राज –

कुशीनगर :- मृतक पंकज की पत्नी ने जिलाधिकारी से मिलकर लगाई न्याय की गुहार,कहा उसके पति से संबंधित 7 कैमरों में छिपा है उसके पति की मृत्यु का राज –
कसिया पुलिस पर लगाया मामले को मैनेज करने का आरोप
FIR दर्ज कराकर मामले के अनावरण की मांग, केवल 2 से 4 घंटे के फुटेज में छिपा है भास्कर की मौत का राज
संदिग्ध परिस्थिति में कसया थाने के ग्राम सभा भरौली स्थित श्मशान घाट के पास दिनांक 10/06/2025 को मिली मृतक भास्कर की लाश , और उसकी मृत्यु उसके परिवारीजनों के लिए आज भी पहेली बनी हुई है कि क्या भास्कर की मृत्यु प्राकृतिक थी या फिर हत्या ?
मृतक के परिवार वालों ने विगत दो दिन पूर्व कुशीनगर के जिलाधिकारी श्रीयुत महेंद्र सिंह तंवर से मिलकर मामले में त्वरित रूप से F I R दर्ज कराकर उक्त मामले का अनावरण की मांग की, परिजनों ने कसया थाना प्रशाशन पर मामले को मैनेज करने का आरोप लगाते हुए बताया कि ” कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आखिरी बार मृतक भास्कर अपने दो साथियों के साथ मथौली रोड चौराहे से गोपालगढ़ की तरफ मोटरसाइकिल से जाते देखे गए थे “
वहां उन्होंने ने चौराहे स्थित एक दुकान पर 10 तारीख की शाम को लगभग 05 से 06 के बीच गुटखा लिया , खाया और फिर मोटरसाइकिल पे अपने साथियों के साथ गोपालगढ़ की तरफ जाते देखे गए”
सवाल ये है कि ये दो संदिग्ध साथी कौन थे ?
क्या उन्होंने ने ही भास्कर की प्रायोजित हत्या की ?
परिजनों ने उस दिन के घटना से संबंधित 07 CCTV कैमरों की DVR ( हार्ड डिस्कों ) की साइबर लैब के विशेषज्ञों द्वारा जांच कर घटना के खुलासे की मांग की है.
क्योंकि उस दिन का डाटा संबंधित कैमरों से डिलीट हो चुका है, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ ही उसे रिस्टोर कर सकते हैं.सबसे खास बात ये कि मथौली चौराहे पर आदित्य होटल के सामने 2 hd कैमरे लगे हुए है जिनमें घटना का राज छुपा हो सकता है लेकिन ये कैमरे नगरपालिका के हैं या पुलिस के अभी तक क्लियर नहीं हो सका.
परिजनों ने कसया थानाध्यक्ष पर मामले को मैनेज करने का आरोप लगाते हुए बताया कि थानाध्यक्ष कसया ने भास्कर की लाश मिलने के उपरांत मीडिया को संबोधित करते हुए ” प्रथम दृष्टया नशे से मौत का मामला प्रतीत होना बताया था “
जबकि भास्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में न तो नशे का जिक्र है न ही किसी चोट का , न ही हार्ट अटैक का
फिर भास्कर मरे कैसे ?
क्या इसमें कोई पैरानॉर्मल थ्योरी थी ?
क्या कोई बहुत उनको उनके घर से इतनी दूर उस घने बियाबान में ले गया था जहां वो सपने में भी जाने से डरते थे ?
ये अनुत्तरित सवाल आज भी मृतक भास्कर की पत्नी , उनकी वृद्ध मां, विकलांग पुत्र और मासूम बच्ची के दिल में हर वक्त गूंज रहे है.
अब सवाल ये उठता है कि क्या कुशीनगर की कसया पुलिस मृतक भास्कर के संदिग्ध हत्यारों, और आखिरी बार वो कहां और किन लोगों के साथ थे.
इन सवालों का उत्तर ढूंढ कर मामले का अनावरण करेगी.या फिर ये सवाल अनुत्तरित ही रह जायेंगे ?