बागै नदी मे हो रहा अवैध खनन

बांदा। बदौसा कस्बे की बागै नदी में इन दिनों कई स्थानों पर खच्चरों, नावों व दो पहिया वाहनों के जरिए जमकर अवैध खनन किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन ने इस पर चुप्पी साध रखी है। खच्चरों की धमाचौकड़ी से ग्रामीण परेशान हैं। नदी आने-जाने की राह में जगह-जगह गंदगी हो रही है। कस्बे के रेलवे व सड़क पुल के ठीक नीचे नदी में अवैध रूप से खनन कर बालू की ढुवाई व बिक्री की जा रही है। सुबह से ही अवैध बालू खनन का काम शुरू हो जाता है और शाम तक बालू एकत्र करते हैं। नदी के किनारे व धारा के आसपास खनन करने वाले लोग बालू निकालते देखे जा सकते हैं। यह झुंड के रूप में नदी से खनन करते हैं जिसके कारण बागै नदी में कई स्थानों पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे हो गए हैं, अवैध खनन के चलते इन्हीं जानलेवा गड्ढों में डूबकर विगत वर्ष एक नवयुवक ने दम तोड़ दिया था जबकि उसके दो साथी किसी तरह से बच गये थे। प्रशासनिक उदासीनता के चलते पुनः कभी भी कोई हादसा हो सकता है। कई स्थानों पर बालू के लिए खोदे गए गड्ढों के कारण नदी का बहाव विपरीत दिशा में हो गया है। खनन के चक्कर में दोनों प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर खनन करने से रेलवे व राष्ट्रीय राजमार्ग के पुलों को भी नुकसान पहुंच रहा है। अनदेखी के चलते किसी बड़ी क्षति की ओर इशारा कर रहा है इस अवैध खनन से नदी का पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ रहा है और राजस्व की भी चपत लग रही है। दूसरी ओर श्मशान घाट स्थल व हनुमान मंदिर स्थल जाने वाले मार्ग पर इन खच्चरों की गंदगी से स्थानीय लोगों व नदी आने जाने वाले ग्रामीणों का रास्ते से निकल पाना दुश्वार है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन इन पर लगाम लगाये ताकि स्थानीय लोगों को श्मशान घाट स्थल, मंदिर व नदी आने-जाने की समस्या दूर हो सके। एसडीएम अतर्रा ने कहा कि अवैध खनन रोकने के लिए थानाध्यक्ष को निर्देशित किया जा रहा है। अवैध खनन किसी भी दशा मे नही होने दिया जाएगा।