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बांदा जनपद की संक्षिप्त खबरें…..

 

विवाहिता ने की आत्महत्या

बांदा। विवाहित महिला ने बंद कमरे मे लगे पंखे से साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार की बीती रात मृतक महिला के साथ सोये उसके पुत्र की रोने की आवाज को सुनकर बगल में सोए पति ने जाग कर घटना को देखा तो कोहराम मच गया। तुरंत सूचना मायके वालों को दी गई। शनिवार को सुबह मायके से मृतका के माता-पिता सहित कई लोगो के आने पर सूचना पुलिस को दी गई। दोपहर पुलिस ने पहुंचकर पंचनामा की कार्यवाही की और शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा भेज दिया। मायके पक्ष के पिता ने पीएम रिपोर्ट आने की बात कह कर कहा की किसी को गलत फसाना मेरी मनसा नहीं। कोतवाली क्षेत्र के रिसौरा ग्राम पंचायत के मजरा पड़ादेव गांव निवासी पिंटू उर्फ मिहीलाल कुशवाहा की 22 वर्षीय पत्नी सीता शुक्रवार की शाम अपने परिवार के सभी सदस्यों को खाना पीना खिलाकर अपने कमरे में सोनें को चली गईद्य करीब डेढ़ घंटे बाद पति घर पर पहुंचा उसने भी खाना खाकर उसी कमरे में सो गयाद्य 10 बाई 8 के कमरे में पति पत्नी और पुत्र ही थे।

तम्बाकू नियंत्रण कार्यशाला आयोजित

बांदा। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम व जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने जिला अधिवक्ता संघ सभागार में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजित की। जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अशोक कुमार दीक्षित, सीएमओ डॉ0 अनिल कुमार श्रीवास्तव, जिला नोडल अधिकारी डॉ0 विजय केसरवानी,महासचिव राम प्रकाश शिवहरे, कोषाध्यक्ष बृजेश द्विवेदी, जिला तंबाकू प्रकोष्ठ सलाहकार डॉ0रामवीर सिंह, मनोरोग चिकित्सा डॉ0 हरदयाल, अनुश्रवण अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने सामूहिक दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। मनोरोग चिकित्सक ने मेंटल हेल्थ केयर एक्ट 2017 के विषय में एवं जिला सलाहकार तंबाकू प्रकोष्ठ एक्ट के विषय में जानकारी दी। जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अशोक कुमार दीक्षित ने स्वास्थ्य टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया। संबोधन में कहा कि हमारे यहां आत्महत्या, फांसी के 95 प्रतिशत केस आते हैं। यह जागरूकता कार्यक्रम गांव-गांव में प्रचार-प्रसार के माध्यम से और प्रभावशाली होना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तंबाकू के सेवन से मरते हैं। भारत में कैंसर से मरने वालों 100 में से 40 रोगी तंबाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं। गांव-गांव में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। शुरुआत में 100 गांव को चिन्हित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग का जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। साथ ही बाल पेंटिंग और बैनर के माध्यम से भी गांव-गांव में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि तंबाकू उत्पादों में 4000 से अधिक विषैले और कैंसर के तत्व मौजूद होते हैं जिससे मुंह का कैंसर हो सकता है। पूरे जिले में एनसीडी के अंतर्गत कई बड़े कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिला तंबाकू प्रकोष्ठ के सलाहकार ने बताया कि विश्वभर में होने वाली मौतों और बीमारियों का एक मात्र बड़ा कारण तम्बाकू सेवन है। विश्व में लगभग 60 लाख लोग हर साल तंबाकू के सेवन से अपनी जान गंवाते हैं। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए सुबह से उठकर टहलना ,योगा करना, सामान्य भोजन करना आवश्यक है। आत्महत्या व फांसी के केस जनपद मे विगत जनवरी माह में 30 की संख्या में थे। कार्यक्रम में डॉ रिजवाना हाशमी, त्रिभुवननाथ, अरविंद गुप्ता, कुलसुम हाशमी, अनुपम त्रिपाठी, अशोक कुमार सहित दर्जनों अधिवक्तागण मौजूद रहे। जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव राम प्रकाश शिवहरे ने सभी का आभार जताया।

 

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