बुंदेलखंड

बांदा जनपद की संक्षिप्त खबरें….

 

लाख प्रयासों के बाद बदस्तूर जारी ओवरलोडिंग

बांदा। मुख्यमंत्री की जीरो टालरेंस की नीति का असर खनन कारोबार पर बेअसर शाबित हो रहा हैं लगातर आये दिन कहीं न कहीं ओवरलोडिंग और अवैध खनन की खबरें प्रकाश मे आती है। वर्तमान मे जनपद मे डेढ़ दर्जन नदी तल के खनन पट्टे संचालित हैं जिनमे अगाहे, बिगाहे नियमों की अनदेखी और ओवरलोडिंग बदस्तूर जारी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बुधवार को एक ताजा मामला प्रकाश मे आया जो जनपद की बबेरू तहसील अंतर्गत विकास खंड कमासिन के दांदौ खादर से ओवरलोडिंग बालू भरे वाहन खनन ठेकेदारों द्वारा गुजारें जाते हैं जहां स्थानीय प्रशासन और जिम्मेदार इस अवैध खनन और ओवरलोडिंग को रोकने मे नाकाम शाबित हो रहे है। पूर्व मे भी मीडिया मे प्रकाशित खबरों के आधार पर करोडो की राजस्व की क्षति के बाद कुछ लाख जुर्माना कर अपना कोरम पूरा किया जिसमे कहीं न कहीं तेज तर्रार जिला अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल की शक्ति का ही असर दिखा।

नौकरी का झांसा देकर ठगे 1 लाख, एसपी से शिकायत

बांदा। रेलवे मे नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक युवक ने एक लाख रुपये ठग लिये। कालिंजर थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव निवासी दद्दू पटेल नें पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर कहा है कि गांव के ही एक युवक ने उसके पुत्र धनपत पटेल को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बीते 29 सितंबर को 61,000 नगद झांसा देकर ले लिए। इसके आठ दिन बाद पुनः शेष रूपयों की मांग करते हुए कहा कि इतने रुपए में नौकरी नहीं लगेगी पूरा रुपया देना होगा। इस पर घर में रखे जेवर रेहन रखकर शेष 40,000 नगद दे दिए। इसके बाद नौकरी लगाने के नाम पर पुत्र को कानपुर ले गया, उसके साथ एक युवक और था। कानपुर में रेलवे स्टेशन के पास पुत्र धनपत पटेल को छोड़ दिया और वहां से दोनों गायब हो गए। घर आकर पुत्र ने आपबीती बताई। तब पीड़ित के पिता ने युवक से रुपए की मांग की। आरोप है कि अब युवक गाली-गलौज कर लड़ाई झगड़े पर आमादा है। शिकायत के बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी नरैनी अंबुजा त्रिवेदी ने बताया कि शिकायती पत्र मिला है, जांच कर आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।

बांदा। जिले मे गेहूं की सरकारी खरीद आगामी 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगी। यह खरीद बीते वर्ष की अपेक्षा 15 दिन पूर्व शुरू हो रही है। केन्द्रों पर गेहूं बेंचने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना आवश्यक है। गेहूं खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण बीती 1 जनवरी से शुरू हो चुका है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि जिन किसानों ने बीते वर्ष धान व गेहूं खरीद मे पंजीकरण कराया था उन्हे नया पंजीकरण कराने की जरूरत नही है उन्हे इसके लिए पुराने पंजीकरण मे सूचनाओं को संसोधित करना होगा। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है यह बीते वर्ष की तुलना मे 150 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है। गेहूं का भुगतान किसानों को उन्ही के बैंक खातों मे किया जाएगा जो आधार से लिंक एवं एनपीसीआई मे मैप्ड होंगे। किसान किसी भी सहायता के लिए जिले के सहायता केन्द्र या जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक, क्रय केन्द्र प्रभारी से जानकारी कर सकते हैं। खोले गये सरकारी गेहूं खरीद केन्द्रों मे मंडी स्थल बांदा, विशिष्ट मंडी स्थल दुरेडी, खैराड़ा, विपणन शाखा तिंदवारी, मंडी स्थल बिसंडा, उपमंडी खुरहण्ड, मंडी अतर्रा, उप मंडी गोखिया, विपणन शाखा केन्द्र नरैनी मंडी बबेरू, विपणन शाखा कमासिन व अवस्थापना केन्द्र जसपुरा हैं।

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