बांदा जनपद की संक्षिप्त खबरें….

युवक ने की आत्महत्या, दूसरा गंभीर
बांदा। युवक ने ससुराल से वापस आकर घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने फंदे में लटकता देखकर नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरा। अतर्रा थानाक्षेत्र के ग्राम मजरा गर्गन पुरवा निवासी 35 वर्षीय राकेश ने छत के छल्ले मे रस्सी का फंदा गले मे डालकर आत्महत्या कर ली। खिड़की का दरवाजा खुला होने के कारण देर शाम चाचा लवकुश ने खिड़की से फंदे में लटकता देख पुलिस को सूचना दी। चाचा ने बताया कि राकेश पंजाब में रहकर मजदूरी करता है। बीते शुक्रवार को वापस घर लौटा है। उसके बाद पत्नी से मिलने उसके मायके अतरहट गया था। वहां से सुबह वापस लौटा था। चाचा लवकुश ने पति-पत्नी के बीच विवाद होने की आशंका जताई। थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि आत्महत्या करने की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने व जांच के बाद स्पष्ट होगी। दूसरी घटना मे ग्राम अनथुवा निवासी 35 वर्षीय दादूराम ने पिता से झगड़ा होने के बाद सोमवार की देर शाम छत के हुक में रस्सी के फंदे को गले मे डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की। परिजनों ने फंदे मे लटकता देख उसे फंदे से नीचे उतारकर सीएचसी पहुंचाया। डाक्टर ने नाजुक हालत देखकर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।
शिविर मे 242 का नेत्र परीक्षण
बांदा। कमासिन कस्बे में विकास खंड स्तरीय नेत्र शिविर का आयोजन आदर्श ग्रामीण उत्थान समिति के संयोजकत्व में हुआ। जानकीकुंड चित्रकूट से शिविर मे आए डॉक्टरों ने 242 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया। फॉलोअप के तहत 30 मरीजों को चश्मा दिया गया, 65 मरीज मोतियाबिंद से पीड़ित पाए गए जिसमें 48 मरीजों को लैंस प्रत्यारोपण के लिए सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय जानकी कुंड भेजा गया। 77 मरीजों का विजन चेक किया गया और उन्हें चश्मा व दवा दी गयी। 70 मरीजों में आंखों की विभिन्न बीमारी ग्लूकोमा, रेटिना, माडा व पर्दे की बीमारी जांच मे पाई गई, जिन्हें दवा देकर और उन्हे उचित सलाह के लिए जानकी कुंड रेफर किया। जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय से आए डॉक्टर पंकज गुप्ता नेत्र परीक्षण अधिकारी, अनुज द्विवेदी नेत्र सहायक, विनय मिश्रा काउंसलर, बृजेश यादव ऑप्टिकल, नरोत्तम पटेल मेडिसिन व डॉक्टर पंकज गुप्ता ने मरीजों को आंख की बीमारी के बचाव के बारे मे उपाय सुझाए।