
बरियारी, कनवारा, मरौली मे अवैध खनन जारी
खदानों मे जुर्माने के बावजूद नही रहा भय
बांदा। जिलाधिकारी के निर्देश पर बीते दिनो जिले की कई बालू खदानों पर संयुक्त टीम ने अवैध खनन मिलने पर जुर्माना लगाया था लेकिन कार्रवाई के बावजूद कनवारा खण्ड 5, मरौली व बरियारी मे बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। इन बालू खदानों मे मानक से अधिक नदी की जलधारा से कई फिट गहराई तक खनन जारी है। बालू खदानों मे भारी पोकलैण्ड मशीनों से दिन-रात खनन कर ओवरलोड ट्रक भरे जा रहे हैं। इन ट्रकों को भरकर आसपास के इलाके मे खड़ा किया जाता है और रात 9 बजे के बाद बेहिचक निकासी शुरू हो जाती है। पोकलैण्ड मशीनों के जरिए पानी के अंदर से मोरम निकालकर केन नदी को बड़े-बड़े गड्ढों के रूप मे तब्दील किया जा रहा है। नदी की जलधारा को रोककर अवैध खनन एनजीटी के नियमों की खुलेआम चुनौती देना है। मध्य प्रदेश से भी बड़ी संख्या मे ओवरलोड ट्रक रात मे निकाले जाते हैं जिससे सड़कों की हालत दिनो-दिन बदतर होती जा रही है। बीते 24 मार्च को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश पर कनवारा खण्ड 5 मे संयुक्त टीम की जांच के दौरान स्वीकृत क्षेत्र से 2882 घन मीटर बालू का अतिरिक्त खनन व परिवहन मिला था। इस पर पट्टाधारक पर 30 लाख 93 हजार 800 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इसी प्रकार पथरी बालू खदान मे बार-बार अवैध खनन मिलने पर उसे सीज कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद कुछ खदान संचालक बिना किसी भय के अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग कर रहे हैं। जीवनदायिनी केन नदी मे इस भीषण गर्मी के दौरान हजारों की संख्या मे आवारा पशु व पक्षी पेयजल पाते हैं लेकिन खनन के चलते नदी की जलधारा दिनो-दिन कम होती जा रही है।